बढ़सीकरी ने जीती ग्रामीण कबड्डी प्रतियोगिता
जिला परिषद सदस्य एडवोकेट संदीप कोटड़ा ने कहा कि खेल भारतीय संस्कृति की आत्मा है। इसलिए खेल-खिलाड़ियों को बढ़ावा देना जरूरी है।
संवाद सहयोगी, कलायत : जिला परिषद सदस्य एडवोकेट संदीप कोटड़ा ने कहा कि खेल भारतीय संस्कृति की आत्मा है। इसलिए खेल-खिलाड़ियों को बढ़ावा देना जरूरी है। संदीप बढ़सीकरी गांव में ग्रामीण खेल क्लब की ओर से आयोजित कबड्डी प्रतियोगिता में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होंने खेलों से जुड़ी सुविधाओं का अभाव होने के बाद भी ग्रामीणों के खेलों को नई दिशा देने के लिए किए गए प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग आने वाले कल का भविष्य है। इनको राष्ट्र के संस्कारी नागरिक बनाने के लिए चरित्र निर्माण की राह पर ले जाना जरूरी है। निसंदेह बड़े-बुजुर्ग हमेशा एक कुशल शिक्षक की भांति युवाओं को संस्कार देते आए हैं, लेकिन इसके साथ ही खेल प्रतियोगिताएं चरित्र निर्माण का सशक्त माध्यम हैं। प्रतियोगिता के फाइनल में बढ़सीकरी ने बदौड़ को शिकस्त देकर पहला स्थान अर्जित किया। संदीप कोटड़ा व एडवोकेट राजेंद्र बढ़सीकरी, सुरेश कुमार, सुनील, विकास ने विजेता टीम को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।