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डेरा राजपुरी पर श्रद्धालुओं ने दूध और प्रसाद चढ़ाकर की सुख-समृद्धि की कामना

जागरण संवाददाता, कैथल : गांव बाबा लदाना स्थित बाबा राजपुरी डेरे में लगे मेले में रविवार

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 12:08 AM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 12:08 AM (IST)
डेरा राजपुरी पर श्रद्धालुओं ने दूध और प्रसाद चढ़ाकर की सुख-समृद्धि की कामना
डेरा राजपुरी पर श्रद्धालुओं ने दूध और प्रसाद चढ़ाकर की सुख-समृद्धि की कामना

जागरण संवाददाता, कैथल :

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गांव बाबा लदाना स्थित बाबा राजपुरी डेरे में लगे मेले में रविवार को महिला श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। सुबह से लेकर शाम तक लाखों की संख्या में श्रद्धालु डेरे में पहुंचे, जिनमें ज्यादातर महिलाएं रही। उन्होंने बाबा की समाधि पर दूध व धूणे पर प्रसाद चढ़ाकर धन-धान्य और पशुधन में वृद्धि की कामना की। महिलाओं की संख्या ज्यादा होने के कारण जिला प्रशासन की ओर से मेले में महिला पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया। अलग-अलग जगहों पर सिविल ड्रेस में महिलकर्मी तैनात रही। हालांकि डेरे में महंत की गद्दी को लेकर चल रहे विवाद के बाद इस बार कम श्रद्धालु पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा था, लेकिन कोई असर नहीं पड़ा।

महंत की गद्दी पर चल रहे विवाद को लेकर जिला प्रशासन की ओर से डेरे की देखरेख अपने अधीन ली गई है। इस बार मेले की पूरी बागडोर प्रशासन की ओर से तैनात किए गए अधिकारियों ने ही संभाली। मेले के लिए नायब तहसीलदार ईश्वर ¨सह को रिसीवर बनाया गया। इनके अलावा कानूनगो कर्मबीर प्रजापति, पटवारी सत्य नारायण, रामशरण, सन्नी, सुखबीर, महेंद्र ¨सह, यशपाल, नर¨सह व अन्य कई अधिकारी मेले के दौरान मौके पर मौजूद रहे। मेले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन के करीब 250 जवानों को मेले व गांव के चौक-चौराहों पर तैनात किया गया। गांव के युवाओं की ओर से बनाई गई मां ¨हगलाज सेवा समिति के सदस्यों ने भी व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग किया। कुश्ती में पहुंचे प्रदेशभर के पहलवान

गत वर्षों की तरह इस बार भी डेरे में विशाल कुश्ती दंगल करवाया गया, जिसमें जिले व प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से पहलवान पहुंचे। डेरे की ओर से विजेता पहलवानों को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। वहीं आसपास के ग्रामीणों की ओर से दो दिन तक अटूट भंडारे लगाए गए। गांव मानस, लैंडर कीमा की समाजसेवी संस्थाओं ने भंडारे लगाए और गुरुद्वारा की ओर से श्रद्धालुओं के लिए पेयजल की व्यवस्था की गई। शांतिपूर्ण संपन्न हुआ मेला

कैथल के नायब तहसीलदार ईश्वर ¨सह ने कहा कि तीन दिन तक मेला लगा। एकादशी और द्वादशी को श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा रही। जिला प्रशासन की ओर से मेले को सुचारू रूप से चलाने के पूरे प्रबंध किए गए थे। रविवार शाम को मेला बिना किसी परेशानी के शांतिपूर्ण संपन्न हो गया।


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