निजी बस चालक करते अभ्रदता छात्रों ने प्रदर्शन कर जताया रोष
ग्रामीणों और छात्रों ने प्राइवेट बस बढ़सीकरी कला में ग्रामीणों और छात्रों ने प्राइवेट बस चालकों के खिलाफ प्रदर्शन किया। बुधवार को गांव में निजी बस को रोककर विद्यार्थियों ने कैथल परिवहन प्रबंधक से इस रोड पर सरकारी बस चलवाने की मांग की गई।
संवाद सहयोगी, कलायत: बढ़सीकरी कला में ग्रामीणों और छात्रों ने प्राइवेट बस चालकों के खिलाफ प्रदर्शन किया। बुधवार को गांव में निजी बस को रोककर विद्यार्थियों ने कैथल परिवहन प्रबंधक से इस रोड पर सरकारी बस चलवाने की मांग की गई।
पवन, अंकित, राहुल, रवि, विकास, गुरजंट, गुरमीत, मेवा राम, रमेश कुमार, अमित कुमार और दूसरे ग्रामीणों ने निजी बस चालकों पर आरोप लगाया कि कलायत से कमालपुर जाने वाली निजी बस परिवहन विभाग के नियमों को ठेंगा दिखाते हुए बिना परमिट के सड़क पर दौड़ रही है। निजी बस चालक अपनी मनमानी करते हैं। विद्यार्थियों से बस चालक अभद्र व्यवहार करते हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल, कालेजों और दूसरे संस्थानों में शिक्षा ग्रहण करने के लिए विद्यार्थियों और रोजमर्रा के काम से सैंकड़ों ग्रामीणों को करीब 10 से 15 किलोमीटर कलायत आना जाना पड़ता है, लेकिन कोई सरकारी बस सेवा नहीं होने के कारण उन्हें प्राइवेट बस में यात्रा करनी पड़ती है। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन पहले सरकारी बस की सुविधा हटाए जाने के कारण हमें पिछले कुछ समय से प्राइवेट बस में ही आना जाना पड़ रहा है। बस पास होते हुए भी निजी बस चालकों द्वारा छात्राओं से दुर्व्यवहार किया जाता है और जबरदस्ती रास्ते में ही उतार दिया जाता है।
इसकी शिकायत सीएम ¨वडो के साथ-साथ विभागीय अधिकारियों से किए जाने पर कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही। ग्रामीणों ने विभाग को एक सप्ताह की चेतावनी देते हुए उनके गांव में सरकारी बस सेवा फिर से बहाल की जाए नहीं तो उन्हें संघर्ष की राह पकड़नी पड़ेगी।
कार्यवाही के लिए लिखा गया पत्र: रोडवेज जीएम रामकुमार ने बताया कि ज्यादातर ग्रामीण और विद्यार्थी बस पास न बनवाकर फ्री में सरकारी बस में सफर कर रहे थे। आमदनी कम और खर्चा अधिक बढ़ने के कारण सरकारी बस सुविधा वापस लेनी पड़ी। यदि ग्रामीण आश्वासन दें तो बस सुविधा दोबारा बहाल कर दी जाएगी। ग्रामीणों की शिकायत के आधार पर निजी बस चालकों के खिलाफ कार्यवाही के लिए आरटीए कैथल को पत्र लिखा गया है।