पुख्ता सुरक्षा के बीच 15 हजार 260 ने दी ग्रुप डी की परीक्षा
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ग्रुप डी की लिखित परीक्षा अंतिम दिन शांति पूर्वक संपन्न हुई। परीक्षा को नकल रहित बनाने के लिए प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। 43 परीक्षा केंद्रों पर दोनों सत्रों में 22 हजार 996 आवेदकों में से 15 हजार 260 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। दोनों सत्रों में 66.35 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई।
जागरण संवाददाता, कैथल : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ग्रुप डी की लिखित परीक्षा अंतिम दिन शांति पूर्वक संपन्न हुई। परीक्षा को नकल रहित बनाने के लिए प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। 43 परीक्षा केंद्रों पर दोनों सत्रों में 22 हजार 996 आवेदकों में से 15 हजार 260 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। दोनों सत्रों में 66.35 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई।
डीसी धर्मवीर ¨सह ने लिखित परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण कर सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की। डीसी ने बताया कि प्रात: कालीन सत्र में 11 हजार 498 आवेदकों में से सात हजार 637 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। इस सत्र में 66.42 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई। सायं कालीन सत्र में 11 हजार 498 आवेदकों में से सात हजार 623 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। इस सत्र में 66.29 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई।
डीसी ने हिन्दू कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में स्थापित किए गए परीक्षा केंद्रों व अन्य केंद्रों का जिला शिक्षा अधिकारी जोगेंद्र ¨सह हुड्डा के साथ औचक निरीक्षण किया।
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कई स्तर की जांच के बाद
मिला केंद्र में प्रवेश
प्रशासन की ओर से परीक्षा केंद्रों की फिजिकल वेरीफिकेशन की गई थी। सभी केंद्रों पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए थे, जिन्होंने संबंधित परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्र व अन्य सामग्री पहुंचाने के साथ-साथ परीक्षा समाप्त होने के बाद ओएमआर सीट सामग्री उपमंडलाधीश कार्यालय में जमा करवाई।
परीक्षार्थियों की परीक्षा केंद्रों के प्रवेश द्वार पर पुलिस द्वारा जांच पड़ताल की गई। आयोग की ओर से नियुक्त की गई एजेंसी ने बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज की। सभी परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरों से लगातार नजर रखी गई। लिखित परीक्षा की वीडियोग्राफी भी करवाई गई।
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बस स्टैंड पर परेशान रहे यात्री
ग्रुप डी का पेपर देने के लिए हजारों की संख्या में परीक्षार्थी पहुंचे। बस स्टैंड पर परीक्षार्थियों की भारी भीड़ रही। बसों की कमी के कारण युवाओं को घंटों पर बस स्टैंड पर बसों का इंतजार करना पड़ा। डिपो में 127 बसें हैं, जिनमें से करीब 120 बसें ही चलाई गई। भीड़ ज्यादा होने के कारण महिलाओं को ज्यादा परेशानी उठानी पड़ी। हालांकि परीक्षार्थियों के लिए अलग से बसें चलाई गई, लेकिन उसके बाद भी व्यवस्था बनाने में परेशानी हुई। बसों की छतों पर चढ़कर युवाओं ने यात्रा की। दो से तीन घंटे तक बसों का इंतजार करना पड़ा।
संगठन ने परीक्षार्थियों के
लिए लगाया भंडारा
संत शिरोमणि श्री गुरु रविदास मंदिर खुराना रोड बाइपास पर आंबेडकर छात्र संगठन व डॉ. भीम राव आंबेडकर सभा की ओर से परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों के लिए ठहरने व खाने पीने की व्यवस्था की। परीक्षार्थी तीन दिनों तक आंबेडकर भवन में रुके। उन्हें संगठन की ओर से निशुल्क खाना व ठहरने की जगह दी गई। इसके अलावा निशुल्क जांच शिविर भी लगाया गया। तीन दिनों में करीब एक हजार परीक्षार्थी यहां रुके। दूर से आने वाले युवाओं को सुविधाएं देना ही संगठन का मुख्य लक्ष्य था। साइकिल क्लब की ओर से चाय व ब्रेड की व्यवस्था की गई। श्याम खाटू मंदिर सभा अंबाला रोड की ओर से व कृपाल आश्रम की ओर से ढांड रोड बाइपास पर भंडारा लगाया गया।