अमनदीप माजरा ने दिया एलपीओ के पद से इस्तीफा
किसान आंदोलन के समर्थन पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा के बेटे अमनदीप माजरा ने जिला बाल संरक्षण इकाई में अपने एलपीओ के पद से इस्तीफा दे दिया है।
जासं, कैथल : किसान आंदोलन के समर्थन पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा के बेटे अमनदीप माजरा ने जिला बाल संरक्षण इकाई में अपने एलपीओ के पद से इस्तीफा दे दिया है। माजरा जिला बाल संरक्षण इकाई में बतौर कानूनी एवं परीविक्षा अधिकारी के कार्यरत थे।
अमनदीप माजरा ने कहा कि आज पूरे देश में किसान केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन काले कानूनों के कारण सड़कों पर है। इन कानूनों से पूरे देश में किसानों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। जिससे कड़ाके की ठंड में बुजुर्ग किसान सड़कों पर रात बिता रहे हैं, लेकिन सरकार अपने हठ पर अड़ी हुई है। कहा कि किसान व किसानी को खत्म करके हमारे देश का विकास संभव नहीं है। इसीलिए उनकी सरकार से मांग है कि किसानों की मांगों को पूरा किया जाए।
वाल्मीकि वर्ग के शिष्टमंडल ने चेयरपर्सन और सचिव से की व्यवस्था बनाने की मांग
कलायत : कलायत वार्ड 11 में निमरणाधीन सामुदायिक केंद्र के नामकरण को लेकर आए दिन हलचल हो रही है। नवीन कुमार, बलजीत सिंह, प्रदीप कुमार, सुनील बेदी, बलराज, अमित बेदी, संजय बेदी, अश्वनी, जोगेंद्र बेदी, विनोद कुमार और दूसरे युवाओं ने कहा कि उनका प्रयास सभी वर्गो के बीच आपसी सौहार्द-भाईचारा कायम रखना है। वाल्मीकि वर्ग के लोगों ने निमरणाधीन सामुदायिक केंद्र का नाम केवल सामुदायिक केंद्र ही चस्पा करने की मांग की है। प्रदेश मुख्यमंत्री ने सामुदायिक केंद्र की घोषणा की थी। फिलहाल निमरण कार्य जारी है। इस बीच केंद्र का आनन-फानन में नामकरण उचित नहीं। इस संदर्भ में शिष्टमंडल ने नगर पालिका चेयरपर्सन और सचिव के नाम मांग पत्र भेजा है।