एजेंसी करेगी रिश्वत मामले की जांच, दोषी मिले तो दर्ज होगी एफआइआर
प्रॉपर्टी सर्वे के नाम पर रिश्वत मांगने के मामले में नप सुपरिटेंडेंट नरेंद्र शर्मा ने एजेंसी के अर्बन प्लानर रुचिर कुमार को कार्यालय में बुलाया।
जागरण संवाददाता, कैथल : प्रॉपर्टी सर्वे के नाम पर रिश्वत मांगने के मामले में नप सुपरिटेंडेंट नरेंद्र शर्मा ने एजेंसी के अर्बन प्लानर रुचिर कुमार को कार्यालय में बुलाया। सोमवार को हुए रिश्वत मामले की पूरी जानकारी दी गई। एजेंसी अब अपने स्तर पर मामले की जांच करेगी।
अगर एजेंसी के कर्मचारी दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई जाएगी। सोमवार को कर्मचारियों ने जिन-जिन लोगों का सर्वे किया था वह रिकार्ड एकत्रित किया जाएगा। जो जानकारी जुटाई गई है क्या वह सही है या गलत है, उसकी भी जांच की जाएगी। जब तक मामले की जांच नहीं हो जाती सर्वे का कार्य भी रोक दिया गया है।
सर्वे का कार्य याशी कंसलटेंसी को दिया हुआ है। एजेंसी के 12 कर्मचारी हैं जो सर्वे कर रहे थे। इनमें से तीन कर्मचारियों पर रिश्वत मांगने के आरोप लगे थे। कर्मचारियों पर आरोप थे कि मकान के रिकार्ड में छेड़छाड़ करने के लिए दो हजार रुपये मांगे गए थे। मॉडल टाउन में भी एजेंसी के कर्मचारी पर रिश्वत लेने के आरोप लगे थे।
रिश्वत लेने की सूचना मिली थी
एजेंसी के अर्बन प्लानर रुचिर कुमार ने बताया कि उन्हें कर्मचारियों के रिश्वत लेने की सूचना मिली थी। इस मामले की एजेंसी अपने स्तर पर जांच करेगी। अगर जांच में कर्मचारी दोषी पाए जाते हैं तो एफआइआर दर्ज करवाई जाएगी।
वर्जन : एजेंसी को स्थिति से अवगत कराया गया
नगर परिषद के सुपरिटेंडेंट नरेंद्र शर्मा ने बताया कि एजेंसी के अधिकारी को पूरी स्थिति से अवगत करवा दिया गया है। अगर दोबारा ऐसी कोई शिकायत आती है तो एजेंसी के खिलाफ शहरी स्थानीय निकाय विभाग को लिख दिया जाएगा। सर्वे के नाम पर लोगों से किसी भी प्रकार का कोई पैसा नहीं लिया जा रहा है। अगर कोई कर्मचारी पैसे मांगे तो तुरंत उसकी सूचना नप कार्यालय में दें। ----------