एजेंसी ने रखे 72 कर्मचारी, फिर भी शहर की सफाई व्यवस्था बदहाल
डोर टू डोर कचरा उठाने वाली एजेंसी ने दस दिन पहले 72 सफाई कर्मचारी काम पर रखे थे। इतने कर्मचारी रखने के बाद भी शहर में सफाई के हालात नहीं सुधर रहे हैं। कचरा प्वाइंट से नियमित रूप से कचरे का उठान नहीं हो रहा है।
जागरण संवाददाता, कैथल : डोर टू डोर कचरा उठाने वाली एजेंसी ने दस दिन पहले 72 सफाई कर्मचारी काम पर रखे थे। इतने कर्मचारी रखने के बाद भी शहर में सफाई के हालात नहीं सुधर रहे हैं। कचरा प्वाइंट से नियमित रूप से कचरे का उठान नहीं हो रहा है। कचरा उठाने वाले एजेंसी को सुबह साढ़े दस बजे तक हर कचरा प्वाइंट को साफ करना होता है। कर्मचारी दोपहर बाद भी कचरा उठाने में लगे रहते हैं और कई स्थानों पर तो कचरा उठाया भी नहीं जा रहा है। इसके अलावा घरों से कचरे का उठान भी नियमित रूप से शुरू नहीं हो पाया है। वाहनों की कमी के कारण ठेकेदार के वाहन हर वार्ड में नहीं पहुंच पा रहे हैं। शुरुआत के एक महीने में एजेंसी को पांच नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन उसके बाद भी हालात में सुधार नहीं हो रहा है। शहर में मुख्य सड़कों पर 18 कचरा प्वाइंट बनाए गए हैं। करनाल रोड, अंबाला रोड, ढांड रोड, माता गेट, अमरगढ़ गामड़ी पर गंदगी की मुख्य समस्या बनी रहती है।
लोगों की रोजाना मिल रही शिकायतें
सफाई को लेकर रोजाना पार्षदों व आम लोगों की शिकायतें मिल रही हैं। नगरपरिषद की ओर से छह महीने का टेंडर दिया गया है, जिस पर करीब 90 लाख रुपये खर्च होने हैं। एजेंसी ने ना तो वाहन खरीदे हैं और ना ही घरो से कचरा उठाने का काम नियमित रूप से शुरू किया है। शहर से रोजाना 60 से 70 टन कचरा निकलता है। उठान न होने के कारण शहर में सफाई व्यवस्था खराब हो चुकी है।
ये थी एग्रीमेंट की मुख्य शर्तें
जिनका पालन नहीं हो रहा
- ठेकेदार को अपने वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगवाना था जो नहीं लगवाया जा रहा है।
- रोजाना कचरा प्वाइंट व घरों से कचरे का उठान करना होगा जो समय पर नहीं हो रहा।
- गीले व सूखे कचरे को अलग-अलग करना था और ढक कर ले जाना था जो नहीं किया जा रहा।
- एजेंसी को पांच वाहन खरीदने थे जो नहीं खरीदे गए हैं।
- लोगों की शिकायत के लिए शिकायत केंद्र स्थापित करना था जो नहीं किया गया।
- एजेंसी के कर्मचारी वर्दी में नहीं हैं और ना ही उन्हें सुरक्षा उपकरण दिए गए हैं।
नियमित रूप से सफाई करने के आदेश दिए
नगर परिषद के मुख्य सफाई निरीक्षक मोहन भारद्वाज ने बताया कि कचरा उठाने वाले एजेंसी को नियमित रूप से सफाई करने व कचरा उठाने के आदेश दिए हुए हैं। अगर सफाई ठीक नहीं हो रही है तो शहर का निरीक्षण किया जाएगा। अगर कहीं कमी पाई जाती है तो एजेंसी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।