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चार चरण में जांच से गुजरते हुए केंद्र में पहुंचे परीक्षार्थियों, शहर से दूर के परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में आई दिक्कत

कड़े प्रबंधों के बीच शनिवार को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से शाम की शिफ्ट में क्लर्क भर्ती के लिए परीक्षा ली गई। यह परीक्षा रविवार और सोमवार को भी होगी। जिले में परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे अभ्यार्थियों ने चार चरणों में चेकिग की परीक्षा देकर पांचवें चरण में असली परीक्षा दी। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से कड़े प्रबंध किए गए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Sep 2019 08:40 AM (IST)Updated: Mon, 23 Sep 2019 06:36 AM (IST)
चार चरण में जांच से गुजरते हुए केंद्र में पहुंचे परीक्षार्थियों, शहर से दूर के परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में आई दिक्कत
चार चरण में जांच से गुजरते हुए केंद्र में पहुंचे परीक्षार्थियों, शहर से दूर के परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में आई दिक्कत

जागरण संवाददाता, कैथल : कड़े प्रबंधों के बीच शनिवार को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से शाम की शिफ्ट में क्लर्क भर्ती के लिए परीक्षा ली गई। यह परीक्षा रविवार और सोमवार को भी होगी। जिले में परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे अभ्यार्थियों ने चार चरणों में चेकिग की परीक्षा देकर पांचवें चरण में असली परीक्षा दी। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से कड़े प्रबंध किए गए। इसके तहत 39 केंद्र बनाए गए थे। परीक्षा के लिए सात से अधिक अधिकारियों को उड़नदस्ता अधिकारी की जिम्मेदारी दी गई। रोडवेज विभाग ने सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद कर सभी बसों को सड़कों पर दौड़ाने का निर्णय लिया गया। परीक्षा के लिए केंद्रों पर दोपहर दो बजे से प्रवेश प्रकिया शुरू हुई, जो साढ़े तीन बजे तक जारी रही। इसके बाद शाम 4.30 बजे परीक्षा शुरू हुई। जो शाम छह बजे समाप्त हुई।

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परीक्षा केंद्र में प्रवेश के बाद अभ्यार्थियों को चार चरणों में चेकिग की परीक्षा के बाद पांचवीं बार अंतिम परीक्षा देनी पड़ी। जिसमें महिला अभ्यर्थियों का कानों और नाक की बालियां से लेकर बालों में लगाने वाले बैंड तक को उतराया गया। इसके साथ ही परीक्षा में पेन लेकर जाने की पूरी पांबदी रही। उन्हें पेन परीक्षा में ही दिया गया। परीक्षा के संपन्न होने के बाद शहर की सड़कों पर भीड़ का आलम रहा। जिस कारण एक घंटा तक जाम की स्थिति बनी रही। यहां पर ऑटो में परीक्षार्थियों को लटककर बस स्टैंड पर पहुंचना पड़ा, वहीं बस स्टैंड पर भी अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए बसों का भी काफी लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा। सबसे अधिक परेशानी महिला अभ्यर्थियों को हुई। उन्हें बसों में चढ़ने के लिए भी जगह नहीं मिली। परीक्षा केंद्रों के बाहर कई दुकानदारों ने सामान रखने के माध्यम से परीक्षार्थियों से खूब चांदी कमाई। परीक्षा खत्म होते ही परीक्षार्थियों की भीड़ दुकानों पर सामान लेने के लिए उमड़ी। इसके साथ ही इस बार हर परीक्षा केंद्र के बाहर रोल नंबर अटेटेस्ट कराने के लिए नंबर भी चस्पाए गए। परीक्षार्थियों को जहां परीक्षा के लिए बसों में सफर के दौरान दिक्कत आई, वहीं केंद्रों के बाहर सामान रखने के लिए 30 से 50 रुपये तक देने पड़े।

करना पड़ा लंबा सफर

परीक्षा देने के लिए पहुंचे अभ्यार्थियों को सबसे अधिक उनके परीक्षा केंद्रों के 150 से 250 किलोमीटर तक दूर होने पर काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। यहां पर परीक्षा केंद्रों की दूरी काफी अधिक होने के कारण उन्होंने रोष जताया। करनाल रोड पर स्थित जाट कॉलेज में रेवाड़ी से परीक्षा देने के लिए पहुंचे जीवन दास ने बताया कि वह 250 किलोमीटर की दूरी तय करके यहां पर परीक्षा देने के लिए पहुंचा था। जिसमें उसे आठ घंटे लगे। अब परीक्षा खत्म हुई है दस बजे से पहले ट्रेन नहीं मिल पाएगी। काफी परेशानी होगी। रोहतक से जाट कॉलेज में परीक्षा देने के लिए पहुंचे सक्षम ने बताया कि वह 150 किलोमीटर दूरी से परीक्षा देने के लिए आया। रोहतक से कैथल तक की कोई सीधी बस सर्विस नहीं है। जिस कारण यहां पहुंचने में काफी कठिनाई हुई। कई परीक्षार्थी तो एक दिन पहले ही पहुंच गए। धर्मशालाओं और अन्य स्थानों पर रात बिताई।


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