आगजनी व तोड़फोड़ के आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, कैथल : डेरा मुखी मामले में आगजनी व तोड़फोड़ करने के मामले में पुलिस ने
जागरण संवाददाता, कैथल : डेरा मुखी मामले में आगजनी व तोड़फोड़ करने के मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गुहला पुलिस ने चार आरोपियों के कब्जे से मारुति कार, दो बोतल पेट्रोल, गंडासी, एक बैग व माचिस बरामद की है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आरोपियों को कोर्ट में पेश कर एक दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है।
पुलिस अधीक्षक सुमेर प्रताप ¨सह ने बताया कि सुल्तानियां करतारपुर के गुरमीत ¨सह का गांव में ही एचपी पेट्रोल पंप है। थाना गुहला में 26 अगस्त को दर्ज मामले के अनुसार 25 अगस्त को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के बारे में सीबीआइ कोर्ट पंचकूला द्वारा सुनाए गए फैसले उपरांत हथियारों से लैस डेरा अनुयायी बाइक व कार में सवार होकर पंप पर आए तथा सेल्समैनों के साथ मारपीट करते हुए पंप की मशीन व उसकी एक्सयूवी कार तोड दी। आरोपियों द्वारा उसकी चैन स्ने¨चग व नकदी लूटने का प्रयास किया तथा सभी आरोपी पंप पर आगजनी करते हुए फरार हो गए। थाना प्रबंधक गुहला सबइंस्पेक्टर सतप्रकाश की टीम ने गांव कसौर में दबीश देते हुए आरोपी लख¨वद्र ¨सह, जसबीर ¨सह, मदन ¨सह, व बलकार ¨सह को गिरफ्तार किया है।
इसी प्रकार चीका में दो पेट्रोल पंप व पावर हाउस में आगजनी, तोड़फोड़ व कातिलाना हमला करने के तीन मामलों में चीका पुलिस ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जा से आठ बाइक, दो कैन पेट्रोल, दो खाली बोतल पेट्रोल, आठ लाल मिर्ची पाउडर पैकेट, सात गंडासी, तथा एक स्प्रे बोतल बरामद की गई है। वारदात में लिप्त शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सभी आरोपियों का दो दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है। आरोपियों में गुरजीत ¨सह निवासी वार्ड नंबर दो चीका, रनदीप उर्फ दीपु निवासी भागल, सुभाष चंद निवासी हरीगढ ¨कगन, हरपाल उर्फ पाला निवासी गगड़पुर, गुरध्यान उर्फ ध्यान निवासी छन्ना जाटान, सुरेश कुमार निवासी शक्ति नगर चीका, गुरतेज ¨सह निवासी वार्ड नंबर दो चीका तथा सोहन निवासी भागल शामिल है।
इसी प्रकार राजौंद पुलिस ने 19 डेरा अनुयायी को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। एसएचओ राजौंद सबइंस्पेक्टर की टीम ने आरोपियों के कब्जा से वारदात में प्रयुक्त हथियार बरामद करने के अतिरिक्त उनकी जली हुई 20 बाइक कब्जा पुलिस में ली गई है। इसे आरोपियों द्वारा साक्ष्य मिटाने की कोशिश दौरान खुद आग लगाकर जला दी गई थी।