मासूम का अपहरण करने वाले आरोपित का समर्पण
शहर के श्री सनातन धर्म मंदिर स्थित बाल उपवन केंद्र की कुक बबली के डेढ़ साल के बच्चे यश का अपहरण करने वाले आरोपित ने रविवार करीब साढ़े 11 बजे सिटी थाना पहुंचकर सरेंडर कर दिया।
जागरण संवाददाता, कैथल :
शहर के श्री सनातन धर्म मंदिर स्थित बाल उपवन केंद्र की कुक बबली के डेढ़ साल के बच्चे यश का अपहरण करने वाले आरोपित ने रविवार करीब साढ़े 11 बजे सिटी थाना पहुंचकर सरेंडर कर दिया। आरोपित की पहचान गांव डोहर निवासी बलराज नगर निवासी विकास शर्मा के रूप में हुई। आरोपित ने पत्नी को संतान नहीं होने के कारण ऐसा कदम उठाया।
ढ़ाई साल पहले आरोपित ने बंगाल की एक महिला जो पहले से ही खरकां गांव में एक युवक के साथ शादीशुदा था, उससे प्रेम विवाह किया। उक्त महिला का पहला पति नशेड़ी था। पहली शादी के बाद महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया था, लेकिन कुछ माह बाद उसकी मौत हो गई थी। पहले पति की हरकतों से तंग आकर महिला ने उसे छोड़ते हुए विकास से शादी कर ली थी।
दोनों की मुलाकात माता गेट स्थित शीतला माता मंदिर में अप्रैल माह में लगने वाले नवरात्र मेले के दौरान हुई थी। इसके बाद दोनों ने घर से भागकर शादी कर ली थी, लेकिन ढ़ाई साल से कोई संतान न होने के कारण अकसर दोनो में झगड़ा रहता था। इसी के चलते आरोपित ने मंदिर से बच्चे के अपहरण की वारदात को अंजाम दिया। आरोपित युवक शहर में आरा मशीन पर काम करता है।
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अपहरण की वारदात अखबारों की सुर्खियां बनी तो आरोपित ने कर दिया सरेंडर
शनिवार को 4 बजकर 16 मिनट पर आरोपित बिना नंबर प्लेट की मोटरसाइकिल पर मंदिर आया। इसके बाद मंदिर परिसर में नीचे उतरा, जहां डेढ़ साल का बच्चा यश अपनी तीन साल की बहन माही के साथ खेल रहा था। भगत सिंह कालोनी निवासी उसकी मां बबली पत्नी प्रदीप कुमार आश्रम में रहने वाले बच्चों के लिए खाना पका रही थी। मात्र दो ही मिनट में आरोपित युवक बच्चे को गोद में उठाते हुए उसका अपहरण कर ले गया। कुछ समय बाद जब महिला ने बच्चें की तलाशी की तो वह नहीं मिला। इसके बाद आसपास पता करने के बाद कोई सुराग नहीं लग पाया। मंदिर प्रबंधक समिति, सिटी थाना एसएचओ के साथ-साथ एसपी विरेंद्र विज ने मौके का दौरा किया। मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज लेने के बाद पुलिस ने वाट्सअप ग्रुपों में इस बारे में शेयर की। अखबारों में यह समाचार प्रमुखता से प्रकाशित हुआ। सिटी थाना एससएचओ प्रदीप कुमार अपनी टीम व परिजनों को साथ लेकर आरोपित की तलाश करते रहे, लेकिन सुबह तक कोई सफलता नहीं मिली। करीब साढ़े 11 बजे आरोपित अपने आप थाना में पहुंचा और बच्चे को सौंप दिया। बच्चे के मिलने के बाद परिजन थाना पहुंचे। इसके बाद बच्चे का मेडिकल करवाया गया, जो स्वस्थ मिला। परिजनों ने कहा कि बच्चे का अपहरण करने वाले आरोपित को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए, ताकि वे दोबारा ऐसी वारदात को अंजाम देने से पहले कई बार सोचे।
बाक्स- पुलिस दबाव के चलते आरोपित ने किया सरेंडर
एसपी विरेंद्र विज ने सिटी थाना में पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि पुलिस के दबाव के चलते आरोपित ने सरेंडर किया है। पत्नी को संतान न होने के कारण आरोपित ने इस वारदात को अंजाम दिया। पांच दिसंबर को आरोपित मंदिर में बच्चा गोद लेने के लिए गया था, वहां प्रबंधक समिति की तरफ से ढ़ाई साल बाद आने की बात कही गई। आरोपित युवक के खिलाफ केस दर्ज करते हुए पूछताछ की जा रही है।