दिग्विजय समर्थकों पर भड़के अभय चौटाला, बैठक के बाहर से ही लौटाया
इनेलो के कार्यकर्ता सम्मेलन में अभय चौटाला दिग्विजय समर्थकों पर भड़क गए और उन्हें बैठक के बाहर से ही लौटा दिया।
कैथल [पंकज आत्रेय]। भले ही चाचा-भतीजे इससे इन्कार करते हों, लेकिन नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला और उनके भतीजों सांसद दुष्यंत व इनसो (इंडियन नेशनल स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन) अध्यक्ष दिग्विजय के समर्थकों के बीच खींचतान यहां एक बार फिर स्पष्ट रूप से देखने को मिली। इनेलो के कार्यकर्ता सम्मेलन में अभय चौटाला दिग्विजय समर्थकों पर भड़क गए और उन्हें बैठक के बाहर से ही लौटा दिया। कार्यक्रम आरकेएम पैलेस में था।
हुआ यह कि सम्मेलन में पहुंचे एक कार्यकर्ता को देख अभय खफा हो गए गए। उसे हड़काने के साथ ही सम्मेलन में एंट्री ही नहीं करने दी। जिसके साथ ऐसा किया गया, उसने गांव ढांड में इनेलो का युवा-छात्र सम्मेलन बुला रखा है। इसमें इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला मुख्य वक्ता होंगे।
इसी से नाराज अभय चौटाला ने आयोजक को खरी-खोटी सुनाई। इसके पहले दिग्विजय समर्थकों ने पहले 5 अगस्त को कैथल में युवा-छात्र अधिकार सम्मेलन बुलाया था। अभय ने एक बार फिर दोहराया कि कोई भी कार्यक्रम बगैर इनेलो मुख्यालय की अनुमति के नहीं आयोजित होंगे।
इसलिए भड़के अभय
बता दें कि गत 5 अगस्त को इनसो ने जो छात्र-युवा सम्मेलन किया था, उसके मुख्य अतिथि के रूप में हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला को पेश किया गया। मंच पर अभय सिंह चौटाला और प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा भी थे, लेकिन यह पूरी तरह से दुष्यंत का शो रहा। इस आयोजन के दो दिन बाद अभय चौटाला ने कैथल में ही इनेलो कार्यकर्ताओं की इमरजेंसी बैठक बुलाई। उसमें एलान किया कि भविष्य में इनेलो, युवा इनेलो और इनसो का छोटा हो या बड़ा, कोई भी जलसा या कार्यक्रम पार्टी मुख्यालय से स्वीकृति लिए बिना नहीं होगा।
5 अगस्त के बाद से बदल गया अभय का रुख
अभय के क्रोध का शिकार हुए युवा नेता ने कहा कि 5 अगस्त को हुई इनसो की रैली के बाद से ही वह इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं। वह भी अन्य कार्यकर्ताओं की तरह इनेलो का कर्मठ कार्यकर्ता हैं और पार्टी के लिए काम करता है।