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थाने में कंडम हो रहे जब्त किए 453 वाहन

जागरण संवाददाता, कैथल : जिले भर के थानों और पुलिस जिले भर के थानों और पुलिस चौकियों में अलग-अलग मामले में पकड़े गए वाहनों की लाइनें लगी हुई हैं। पकड़े गए वाहन थानों में अच्छी खासी जगह भी घेर लेते हैं। इसके अलावा करीब 79 वाहन पुलिस विभाग के मालखाने में भी खड़े हैं। हालांकि विभाग दो अगस्त को कंडम वाहनों की बोली कराने जा रहा है। पकड़े गए

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Jul 2018 09:57 PM (IST)Updated: Sun, 22 Jul 2018 10:57 PM (IST)
थाने में कंडम हो रहे जब्त किए  453 वाहन
थाने में कंडम हो रहे जब्त किए 453 वाहन

जागरण संवाददाता, कैथल : जिले भर के थानों और पुलिस चौकियों में अलग-अलग मामले में पकड़े गए वाहनों की लाइनें लगी हुई हैं। पकड़े गए वाहन थानों में अच्छी खासी जगह भी घेर लेते हैं। इसके अलावा करीब 79 वाहन पुलिस विभाग के मालखाने में भी खड़े हैं। हालांकि विभाग दो अगस्त को कंडम वाहनों की बोली कराने जा रहा है। पुलिस चालान किए हुए या मुकदमों में पकड़े वाहनों को चौकी या थाने में ही खड़ा रखती है। सालों से खड़े वाहन कंडम हो रहे हैं। वाहन लावारिस मिलते हैं, उन्हें भी कुछ दिनों बाद मालखाने में जमा करा दिया जाता है। लावारिस वाहनों के लिए पहले अखबार में सूचना निकाली जाती है, ताकि वाहन का मालिक वाहन को लेकर जा सके। अगर उसके बाद भी वाहन मालिक वाहनों को लेने नहीं आता तो वाहनों की फाइल डीसी कार्यालय में भेज दी जाती है और उसके बाद वाहनों की खुली बोली करवा दी जाती है। दूसरी तरह के वाहन मुकदमों में पकड़े जाते हैं। उन वाहनों को थाने में तब तक खड़ा रखा जाता है, जब तक मुकदमे का निपटारा नहीं हो जाता। निपटारा होने के दो या तीन महीने तक मालिक वाहन को ले जा सकता है। अगर वाहन मालिक नहीं आता, तो डीसी कार्यालय में सूचना देकर बोली की प्रक्रिया शुरू करा दी जाती है। बॉक्स

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इन थानों में खड़े इतने वाहन

जिले के अलग-अलग थानों में पकड़े गए कुल 453 वाहन खड़े हैं। सिविल लाइन थाने में सबसे ज्यादा 86 वाहन, सिटी थाने में 64, सदर थाने में 36, सीवन थाने में 19, चीका थाने में 49, गुहला थाने में 13, ढांड थाने में आठ, पूंडरी थाने में 36, तितरम थाने में छह, राजौंद थाने में 26, कलायत थाने में 29, महिला थाने में दो व पुलिस विभाग के मालखाने में 79 वाहन खड़े हैं। यह आंकड़ा 30 जून 2018 तक का है। वर्जन

जिलेभर के थानों में 453 वाहन खड़े हैं, जो अलग-अलग मामलों में पकड़े गए हैं। जिन वाहनों को वाहन मालिक लेने नहीं आते उनकी फाइल डीसी कार्यालय में भेज दी जाती है और उसके बाद बोली करा दी जाती है।

- कृष्ण पाल, मालखाना इंचार्ज।


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