पुलिस की हथियार छीनने, तोड़फोड़ करने पर 3000 उपद्रवियों पर केस
जागरण संवाददाता, कैथल : कारबाइन मशीन छीनने, आगकारबाइन मशीन छीनने, आगजनी, तोड़फोड़ व मारपीट करने के मामले में पुलिस ने करीब 3000 हजार उपद्रवियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
जागरण संवाददाता, कैथल : कारबाइन मशीन छीनने, आगजनी, तोड़फोड़ व मारपीट करने के मामले में पुलिस ने करीब 3000 हजार उपद्रवियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मामला करनाल रोड बाइपास पर स्थित पुलिस चौकी इंचार्ज रमेश कुमार की शिकायत पर दर्ज किया गया है। आरोपितों के खिलाफ जानलेवा हमला करने, तोड़फोड़, आगजनी, एनएच मार्ग को जाम करने व सरकारी, निजी संपत्ति को तोड़ने के मामले में कार्रवाई की गई है। सीआइए वन पुलिस प्रभारी सत्यवान जांगड़ा को जांच अधिकारी नियुक्त किया है।
सिविल लाइन थाना पुलिस को दी शिकायत में करनाल रोड बाइपास चौकी प्रभारी रमेश कुमार ने आरोप लगाया कि सोमवार को वह अपने स्टाफ के साथ बाइपास नाका पर ड्यूटी दे रहा था। करीब 12 बजे सैकड़ों लोगों ने चौकी पर हमला कर दिया। आरोपितों ने पहले पुलिस कर्मचारियों पर पथराव किया, बाद में चौकी के अंदर रखे सामान, पुलिस कर्मचारियों की वर्दी को लूट लिया। आरोपित पुलिस अधिकारी के हाथ से कारबाइन व 15 ¨जदा कारतूस भी छीनकर फरार हो गए। जब आरोपितों का पीछा किया तो पुलिस कर्मियों पर पथराव कर दिया। इस घटना में कई पुलिस कर्मचारी घायल हो गए। सभी को सिविल अस्पताल दाखिल करवाया गया।
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पांच घंटे तक आरोपितों ने
की जमकर तोड़फोड़
सैकड़ों की संख्या में उपद्रवियों ने पहले रेलवे पटरी पर पहुंचे इंजन को तोड़ा। फिर रेलवे फाटक को बाधित करते हुए हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे पर जाम लगा दिया। करीब पांच घंटे तक आरोपित एनएच पर डटे रहे और जो भी सामने आया उसे ही अपना निशाना बनाया। इस दौरान रोडवेज की बसों, टिकट काउंटर, दो एलइडी, पुलिस के वाहन, दुकानें, 50 मोटरसाइकिल, छह गाड़ियां को निशाना बनाया गया। पुलिस कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। पुलिस कर्मचारियों व आम जनता ने भागकर जान बचाई। नेशनल हाइवे जाम होने के कारण यातायात पूरी तरह से बाधित रहा। लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बस अड्डा से करीब दो से तीन किलोमीटर तक लोग पैदल सफर करने पर मजबूर हो गए।
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अस्पताल में कई वार्डों
में दाखिल घायल
उपद्रव में घायल हुए पुलिस कर्मचारियों व अन्य लोगों की अस्पताल में भीड़ बढ़ गई। बेडों की कमी के चलते एक बेड पर दो-दो मरीजों को दाखिल करवाया गया। सिविल अस्पताल में 50 के करीब पुलिस कर्मी, आम जनता व उपद्रवी इलाज करवा रहे हैं। वहीं गंभीर हालत को देखते हुए सोमवार रात को पुलिस कर्मचारी नवीन कुमार को भी पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। सिविल लाइन एसएचओ रामकिशन पहले ही पीजीआइ में दाखिल है।
बाक्स : कार्रवाई के लिए लोगों ने दर्ज कराई शिकायत
तोड़फोड़ की घटना को लेकर एफआइआर दर्ज करवाने के लिए पहुंच रहे लोग उपद्रवियों द्वारा तोड़े गए वाहन, दुकानें, कार, मोटरसाइकिल को लेकर हुए नुकसान व आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर लोग सिविल लाइन थाना में शिकायत दर्ज करवाने के लिए पहुंचे। दो मीडिया कर्मियों ने भी कैमरा तोड़ने, मारपीट करने के मामले में थाना में शिकायत दी है। मंगलवार को 20 के करीब शिकायतें देर शाम तक थाना में पहुंच गई।इन सभी शिकायतों पर कार्रवाई को लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
वर्जन
कार्बाइन मशीन छीनने, आगजनी व तोड़फोड़ करने के मामले में आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। फोटो व वीडियो को देखकर आरोपितों की पहचान की जा रही है। सीआइए टू पुलिस टीम को जांच सौंपी गई है। आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
आस्था मोदी, एसपी, कैथल।