चार माह में 262 तो डेढ़ माह में 1669 कोरोना संक्रमित केस
कैथल अगस्त और सितंबर माह में जिले में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे
जागरण संवाददाता, कैथल : अगस्त और सितंबर माह में जिले में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। जहां अप्रैल से लेकर जुलाई तक मात्र 262 केस सामने आए थे, वहीं डेढ़ माह में 1669 मरीज सामने आ चुके हैं, जबकि 29 लोगों की मौत हुई है। अगस्त और सितंबर माह में अब तक केसों को लेकर स्वास्थ्य विभाग की चिता बढ़ गई है। कैथल शहर के बार गुहला और सीवन सीएचसी के तहत आने वाले क्षेत्र में मरीजों का आंकड़ा ज्यादा है। हालांकि जिले का रिकवरी रेट भी अच्छा है, 77 प्रतिशत रिकवरी रेट के साथ अभी तक 1493 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि एक्टिव केस 409 हैं। इनमें से साढ़े तीन सौ के करीब मरीजों को होम क्वारंटाइन किया गया है। कोरोना के मामलों में कैथल जिले प्रदेश में 17वें स्थान पर है। 12 लाख के करीब जिले की आबादी है।
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अप्रैल में मिले थे मात्र दो केस
मार्च माह में कोरोना का प्रकोप शुरू हुआ था। जिले में चार अप्रैल को सिरटा रोड पर पहला केस सामने आया था। आठ अप्रैल को इसी स्थान से एक नौ साल का बच्चा पॉजिटिव आया। इसके बाद मई माह में 15 केस सामने आए थे। जून में यह आंकड़ा बढ़कर 85 तक पहुंच गया और जुलाई में मरीजों की संख्या 160 हो गई। इसके बाद अगस्त में कोरोना ने रफ्तार पकड़ी और इस माह में 810 केस मिले। कैथल शहर के मॉडल टाउन और गुहला क्षेत्र में मरीजों की संख्या ज्यादा बढ़ गई। अब 17 सितंबर तक 859 मरीज सामने आ चुके हैं। अप्रैल, मई और जून में लोगों ने मास्क, सैनिटाइजर और भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से परहेज किया, लेकिन जुलाई माह के बाद लोगों में कोरोना महामारी का भय कम हुआ तो लापरवाही भी बरती गई। यही कारण है कि तीन माह से कोरोना महामारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बाक्स-
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मिले मरीजों का आंकड़ा
सीएचसी कैथल - 871
सीएचसी गुहला - 331
सीएचसी कलायत - 111
सीएचसी राजौंद - 99
सीएचसी सीवन - 224
सीएचसी कौल - 133
सीएचसी पूंडरी - 162
वर्जन
कोरोना महामारी के मामले पिछले डेढ़ माह में तेजी से बढ़ हैं। इसके बढ़ने का एक तो कारण सैंपलिग बढ़ाई गई है, दूसरा लोगों में इस महामारी का भय कम हो गया है, इस कारण बाजारों में भीड़ ज्यादा है। सरकार की हिदायतों का लोग पालन नहीं कर रहे। मास्क भी केवल चालान काटने के डर से लगा रहे हैं। लोगों से अपील है कि कोरोना को रोकने के लिए भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र में जाने से बचें। बच्चों और बुजुर्गों को घर से बाहर न जाने दें। खांसी, जुकाम और बुखार की शिकायत होने पर संबंधित सिविल अस्पताल में सैंपल देकर जांच करवाएं।
डा. नीरज मंगला, डिप्टी सिविल सर्जन।