तेरी आख्यां का यो काजल, मनै करै सै गोरी घायल..
यूथ फेस्टिवल अनुभूति के दूसरे दिन बृहस्पतिवार को प्रतिभागियों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी। विभिन्न कॉलेजों से आए छात्र-छात्राओं ने मैंने पल-पल याद तेरी, तेरी आख्या का यो काजल, मनै करै सै गोरी घायल, तन्ने छोडूंगी भरतार, मन्ने ना लोड इसे घर आले की, मन्ने कहवे बहू सब काले की जैसे हरियाणवी गानों पर रंगारंग प्रस्तुतियां दी।
जागरण संवाददाता, जींद : यूथ फेस्टिवल अनुभूति के दूसरे दिन बृहस्पतिवार को प्रतिभागियों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी। विभिन्न कॉलेजों से आए छात्र-छात्राओं ने मैंने पल-पल याद तेरी, तेरी आख्या का यो काजल, मनै करै सै गोरी घायल, तन्ने छोडूंगी भरतार, मन्ने ना लोड इसे घर आले की, मन्ने कहवे बहू सब काले की जैसे हरियाणवी गानों पर रंगारंग प्रस्तुतियां दी।
मंच एक पर क्लासिकल डांस रसिया, हरियाणवी ग्रुप डांस, हरियाणवी स्कीट कोरियोग्राफी ऑर्केस्ट्रा, इंडियन ऑर्केस्ट्रा की प्रस्तुतियां रही। वहीं मंच दो पर वेस्टर्न इंस्ट्रूमेंट सोलो, वेस्टर्न वॉकल सोलो, हरियाणवी पोप सोंग, ग्रुप सोंग वेस्टर्न, ग्रुप सोंग जनरल, फॉक सोंग जनरल, लाइट वॉकल जनरल, लाईट वॉकल इंडियन, क्लासिकल वॉकल सोलो, फॉक सोंग हरियाणवी सोलो एवं मंच तीन पर डिबेट की प्रस्तुति रही। मंच चार पर पॉइटिक सिम्पोजियम एवं मंच पांच पर पोस्टर मे¨कग, कोलाज मे¨कग की प्रतियोगिताएं हुई। मंच छह पर ऑन द स्पॉट फोटोग्राफी एवं कार्टू¨नग एवं मंच सात पर सांग की प्रस्तुतियां हुई।
कला निखारने का बेहतर मंच है युवा उत्सव
विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. आरबी सोलंकी ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि युवा उत्सव विद्यार्थियों को खुद की कला निखारने के लिए बेहतर मंच प्रदान करता है, जिससे विद्यार्थी का विकास होता है। प्रतिभागियों को चाहिए कि वह अपनी बेहतर प्रस्तुति प्रदान करें, इस मंच के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा सीखने की कोशिश करें और अपनी कला को निखारें। प्रतिभागियों का उत्साह देखकर लगता है कि हमारा विद्यार्थी राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय प्रस्तुति भी बेहतर तरीके से कर सकता है। यहां के विद्यार्थियों में हर प्रकार की प्रतिभा है, वह हर कार्य क्षेत्र में बेहतर कर सकता है।
युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग की निर्देशिका डॉ. ज्योति श्योराण ने कहा कि प्रतिभागी हार-जीत की परवाह किए बिना अपनी-अपनी बेहतर प्रस्तुतियां प्रदान करें। सभी प्रतिभागी इन तीन दिनों में एक दूसरे की प्रस्तुतियों से जितना सीख सकते हैं, सीखें।
गजेंद्र फोगाट ने दी प्रस्तुति
हरियाणवी कलाकार गजेंद्र फोगाट ने प्रस्तुति देकर विभिन्न कॉलेजों से आए विद्यार्थियों का खूब मनोरंजन किया। इस दौरान उन्होंने अपनी प्रस्तुतियों में हरियाणवी संस्कृति को बेहतर तरीके से दर्शाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा का व्यक्ति हर क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहा है, हरियाणा की संस्कृति महान है।