कई कालोनियों की महिलाओं ने पब्लिक हेल्थ के कार्यालय पर किया मटका फोड़ प्रदर्शन
-पेयजल समस्या के स्थायी समाधान की मांग संवाद सूत्र नरवाना गर्मी के सीजन में पानी को लेकर हा
-पेयजल समस्या के स्थायी समाधान की मांग
संवाद सूत्र, नरवाना : गर्मी के सीजन में पानी को लेकर हाहाकार मचने लगा है। कभी जुलाना में तो कभी सफीदों, वीरवार को नरवाना के बीरबल नगर, शास्त्री नगर, सिंहमार मोहल्ले, विश्वकर्मा कालोनी के लोगों ने नगर पार्षद कैलाश सिगला, राजू प्रजापति व अजय जांगड़ा के नेतृत्व में जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में महिलाओं ने मटका फोड़ प्रदर्शन किया। महिलाओं ने विभाग के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शन कर रही महिलाओं के साथ मौजूद लोगों का कहना था कि उनके घरों में पानी काफी समय से पर्याप्त मात्रा में नहीं आ रहा है, जिस कारण उनको पानी के लिए काफी दूर तक भटकना पड़ता है। जो भी पानी आ रहा है, वो भी गंदा आ रहा है। लोगों के गंदा पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है। उनके घरों में पर्याप्त मात्रा में पानी मुहैया करवाने के लिए कई बार अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन अभी तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है। पानी आने का कोई शेड्यूल ही नहीं है, जिससे उनको रात भर जागकर पानी भरना पड़ता है। महिलाओं कहा कि शास्त्री नगर व बीरबल नगर की सप्लाई लाइन एक ही समय पर एक साथ खोली जाती है। जिस कारण उनके क्षेत्र में पानी न आकर शास्त्री नगर में चला जाता है। उन्होंने कहा कि उनकी तो यह मांग है कि पानी सप्लाई लाइन को दुरुस्त किया जाये, जिससे गंदे पानी की समस्या से छुटकारा मिल सके। पानी का समय निर्धारित कर समयानुसार ही छोड़ा जाए, ताकि लोग निश्चित होकर दूसरे काम कर सकें। शास्त्री नगर व बीरबल नगर में पानी का शेड्यूल अलग-अलग किया जाये। वहीं विश्वकर्मा कालोनी में अंतिम टेल पर होने के कारण पानी नहीं पहुंच पाता, तो वहां सबमर्सिबल पंप लगवाए जाएं, ताकि वहां के लोगों को पानी मिल सके।
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महिला पुलिस की मौजूदगी में बैठी कुर्सी पर, एसडीओ देखते रहे
पब्लिक हेल्थ में आई महिलाएं पानी की समस्या को लेकर एसडीओ से बात कर रही थी। एसडीओ ने उनको आश्वासन दिया लेकिन महिलाओं ने एसडीओ की बात को अनसुना कर दिया। महिला पुलिस भी इस दौरान मौजूद थी। एसडीओ सतीश कुमार कार्यालय में महिलाओं को कुर्सी से उठकर उनको समझा रहे थे, तो उसी दौरान एक महिला पुलिस की मौजूदगी में एसडीओ की कुर्सी पर आकर बैठ गई। जोकि पुलिस अधिकारियों के कहने पर नहीं उठी।