नप प्रधान पूनम सैनी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिग आज
नगर परिषद प्रधान पूनम सैनी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिग के लिए सोमवार सुबह 11 बजे लघु सचिवालय के सभागार में पार्षदों की मीटिग बुलाई गई है।
जागरण संवाददाता, जींद : नगर परिषद प्रधान पूनम सैनी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिग के लिए सोमवार सुबह 11 बजे लघु सचिवालय के सभागार में पार्षदों की मीटिग बुलाई गई है। प्रधान पूनम अपने समर्थित 11 पार्षदों के साथ भ्रमण पर गई हुई हैं। मीटिग के बाद ही उनके वापस लौटने की संभावना है। विरोधी खेमे को प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव साबित के लिए दो तिहाई यानि 31 में से 21 पार्षदों के वोट चाहिए, लेकिन उनके पास 19 पार्षद ही हैं। प्रधान समर्थित कुछ पार्षदों को अपने पाले में लाने के लिए काफी प्रयास किए जा रहे हैं। अपने खेमे में सेंध न लगे, इसलिए ही प्रधान पार्षदों को वोटिग से चार-पांच दिन पहले भ्रमण के बहाने अज्ञात स्थान पर चली गईं। अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिग कराने के लिए डीसी डा. आदित्य दहिया ने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दलबीर सिंह की ड्यूटी लगाई हुई है। दलबीर सिंह ने बताया कि वोटिग बैलेट पेपर से होगी।
विरोधी पार्षदों ने की मीटिग
विरोधी खेमे के पार्षदों ने रविवार दोपहर बाद पूर्व नगर परिषद प्रधान विनोद आसरी के घर मीटिग की, जिसमें विनोद आसरी, प्रवीन बैनिवाल, रणधीर राणा, हरीश अरोड़ा सहित 19 पार्षद मौजूद बताए जा रहे हैं। हालांकि मीटिग में क्या चर्चा हुई। इस बारे में बताने से इंकार कर दिया। विनोद आसरी ने मीटिग के बाद बताया कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए होने वाली मीटिग की तैयारी पूरी है। उन्होंने पूरा बहुमत होने की बात कहते हुए प्रधान को हटाने का दावा किया।
एक बार मीटिग हो चुकी स्थगित
प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए 21 पार्षदों की तरफ से 18 सितंबर को डीसी को शपथ पत्र सौंपे गए थे। अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिग के लिए जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी दलबीर सिंह ने छह नवंबर को मीटिग बुलाई थी। लेकिन पांच नवंबर की शाम को जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी के बीमार होने का हवाला देते हुए मीटिग स्थगित कर दी गई। दोबारा 21 दिसंबर को मीटिग बुलाई गई। जिसके एजेंडा की कॉपी पार्षदों को नहीं भेजने पर मीटिग की तारीख चार जनवरी रखी गई।