Move to Jagran APP

कोरोना के यौद्धा : शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए सुबह सात बजे घर से निकल लेते हैं ये यौद्धा

कोरोना वायरस के चलते कार्यालय बंद हैं और लोग परिवार के साथ घरों के अंदर हैं। लेकिन सफाई कर्मचारी इस दौरान भी मैदान में डटे हैं। उनकी ड्यूटी में कोई बदलाव नहीं आया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Mar 2020 09:07 AM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2020 09:07 AM (IST)
कोरोना के यौद्धा : शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए सुबह सात बजे घर से निकल लेते हैं ये यौद्धा
कोरोना के यौद्धा : शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए सुबह सात बजे घर से निकल लेते हैं ये यौद्धा

जागरण संवाददाता, जींद : कोरोना वायरस के चलते कार्यालय बंद हैं और लोग परिवार के साथ घरों के अंदर हैं। लेकिन सफाई कर्मचारी इस दौरान भी मैदान में डटे हैं। उनकी ड्यूटी में कोई बदलाव नहीं आया है। पहले की तरह प्रतिदिन सुबह अपने-अपने एरिया में सफाई के लिए निकल पड़ते हैं। ताकि गलियों में कूड़े के ढेर ना लगें और गंदगी की वजह से लोग बीमार ना हों। जींद नगर परिषद सफाई कर्मचारी एसोसिएशन के प्रधान नत्थूराम झांझ गेट एरिया के सुपरवाइजर हैं। उनकी 30 कर्मचारियों की टीम हैं। जिनमें कई महिलाएं भी हैं। सुबह सात बजे घर से निकलते हैं। गलियों में सफाई करने के साथ-साथ नालियों से गंदगी साफ करते हैं। महिला सफाई कर्मी कमला, बाला व सावित्री बताती हैं कि खुद के साथ-साथ परिवार व दूसरे लोगों की सेहत का भी ख्याल रखना होता है। इसके लिए आपस में फिजिकल डिस्टेंस बनाए रखते हैं। 15 से 20 मिनट के अंतराल में बार-बार हाथों पर सैनिटाइजर डालते हैं। मुंह व नाक ढक कर रखते हैं। जींद शहर में करीब सवा सौ सफाई कर्मचारी नगर परिषद के अधीन हैं। जो इस महामारी के समय भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। कोरोना वायरस से जंग में अस्पताल में जहां डॉक्टर दिन-रात लगे हैं। वहीं सफाई कर्मचारी गली-गली में जाकर शहरवासियों को स्वच्छ वातावरण देने का काम कर रहे हैं।

loksabha election banner

परिवार के बचाव का भी रखते ख्याल

नत्थूराम ने बताया कि दिन में दोपहर को कुछ देर आराम करने का समय मिलता है। इस दौरान भी सभी कर्मचारियों के साबुन से अच्छे से हाथ साफ कराए जाते हैं। ताकि वे कोरोना वायरस के प्रभाव में ना आएं। ड्यूटी के बाद शाम को घर जाते हैं, तो घर वालों से मिलने से पहले कपड़े उतार कर धुलाई करते हैं और नहाकर दूसरे साफ कपड़े पहनते हैं। ताकि परिवार के दूसरे सदस्यों का भी बचाव हो सके।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.