... नहीं तो जींद में हो जाता झेलम एक्सप्रेस जैसा ट्रेन हादसा
जींद के पास शनिवार को बड़ी ट्रेन दुर्घटना होने से बच गई। पानीपत-जींद लाइन पर पिल्लूखेड़़ा के पास पटरी टूट गई थी। इसी दौरान ट्रैक पर आ रही ट्रेन को दो रेलकर्मियों ने रुकवाया।
जेएनएन, जींद। जींद के पिल्लूखेड़ा में शनिवार को बड़ा ट्रेन हादसा होते-होते बच गया। यहां पानीपत-जींद रेल लाइन पर पिल्लूखेड़़ा के पास पटरी टूट गई थी और एक ट्रेन इस ट्रैक पर आ रही थी। लेकिन, गैंगमैन और एक अन्य रेलकर्मी की सूझबूझ से लुधियाना के पास तीन दिन पहले हुई झेलम एक्सप्रेस की तरह दुर्घटना होने से बच गई। कांटे वाला और स्टेशन मास्टर की सूझबूझ से रेल हादसा टल गया।
शनिवार को गैंगमैन रामकुमार और कीमैन जिले सिंह ट्रैक की जांच कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने देखा कि पिल्लूखेड़ा रेलवे फाटक से थोड़ा आगे पटरी टूटी हुई है। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना स्टेशन मास्टर रतिराम राणा को दी। उस समय पानीपत से जींद जाने वाली 54049 जेपीआर रेलगाड़ी पिल्लूखेड़ा रेलवे स्टेशन को पार कर आगे बढ़ चुकी थी।
इस सूचना के बाद स्टेशन मास्टर के हाथ-पांव फूल गए। रामकुमार और जिले सिंह ने भी जब ट्रेन को तेजी से टूटी पटरी की ओर आते देखा तो उनके होश उड़ गए। लेकिन, उन्होंने समय नहीं गंवाया और लाल झंडी दिखाते हुए ट्रेन की अोर बढ़े। इसके बाद ट्रेन पटरी के टूटे हिस्से से कुछ सौ मीटर की दूरी पर रुक गई। जब ट्रेन के यात्रियों के इस बारे में पता चला तो उनमें हड़कंप मच गया।
घटना के बारे में जानकारी देता गैंगमेन रामकुमार।
स्टेशन मास्टर रतिराम ने बताया कि इसके बाद पटरी को ठीक किया गया और इसके बाद ट्रेन को रवाना किया गया। उन्होंने कहा कि इन दो रेलकर्मियों की सतर्कता से खतरा टल गया। अागे से सतर्कता और बढ़ा दी गई है और रेल लाइन का नियमित निरीक्षण किया जाएगा।
बता दें कि पंजाब के लुधियाना के पास रेल पटरी टूटी होने की वजह से जम्मू से पुणे जानेवाली झेलम एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। ट्रेन की 10 बोगियां पटरी से उतर गई थी। गनीमत यह रही थी कि इसमें किसी यात्री की मौत नहीं हुई, लेकिन कई लोग घायल हो गए।