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अलेवा खंड में सर्वे रिपोर्ट में फसलों में नहीं दिखाया नुकसान, किसानों में रोष

भारी बारिश और गुलाबी सुंडी से फसलों में हुए नुकसान की सर्वे रिपोर्ट में अलेवा खंड में कोई नुकसान नहीं दिखाने से किसानों में रोष है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Dec 2021 10:40 PM (IST)Updated: Tue, 28 Dec 2021 10:40 PM (IST)
अलेवा खंड में सर्वे रिपोर्ट में फसलों में नहीं दिखाया नुकसान, किसानों में रोष
अलेवा खंड में सर्वे रिपोर्ट में फसलों में नहीं दिखाया नुकसान, किसानों में रोष

जागरण संवाददाता, जींद : भारी बारिश और गुलाबी सुंडी से फसलों में हुए नुकसान की सर्वे रिपोर्ट में अलेवा खंड में कोई नुकसान नहीं दिखाने से किसानों में रोष है। मंगलवार को अलेवा ब्लाक के किसान खटकड़ टोल धरना कमेटी के सदस्यों के साथ डीसी नरेश नरवाल से मिले।

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बता दें कि जिला प्रशासन ने जलभराव और गुलाबी सुंडी से फसलों में हुए नुकसान की मुआवजा राशि के लिए श्रेणी अनुसार रिपोर्ट तैयार की है। 53890 एकड़ फसल में हुए नुकसान के 51 करोड़ 43 लाख 41500 रुपये मुआवजा राशि के लिए हिसार मंडल के कमिश्नर को रिपोर्ट भेज दी है। जहां से राजस्व विभाग के वित्तायुक्त को रिपोर्ट भेजी जाएगी। किसानों के साथ डीसी से मिलने पहुंचे खेड़ा खाप प्रधान सतबीर पहलवान बरसोला और कैप्टन भूपेंद्र ने बताया कि भारी बारिश से जिलेभर में कपास, धान, बाजरा व अन्य फसलों में काफी नुकसान हुआ है। गुलाबी सुंडी ने कपास की फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। प्रशासन की तरफ से जो सर्वे कराया गया है, उसमें अलेवा में कोई नुकसान नहीं दिखाया गया है। जबकि अलेवा भी उचाना ब्लाक के साथ ही लगता है। जहां सबसे ज्यादा खेती कपास की ही होती है। गुलाबी सुंडी से उचाना और अलेवा ब्लाक में कपास की फसल खराब हो गई। अलेवा ब्लाक में जलभराव से भी फसलों को नुकसान हुआ है। उचाना और अलेवा ब्लाक डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के विधानसभा क्षेत्र में आते हैं। लेकिन प्रशासन की तरफ से सर्वे रिपोर्ट में केवल उचाना ब्लाक में कपास की फसल में गुलाबी सुंडी से नुकसान दिखाया गया है और अलेवा ब्लाक को छोड़ दिया गया। जबकि अलेवा ब्लाक के हर गांव में फसलों में नुकसान हुआ है। किसानों ने आशंका जताई कि प्रशासन के पास नुकसान के आंकड़े नहीं है या गिरदावरी करने वालों की कमी की वजह से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। इसलिए इस मामले की गंभीरता से जांच कराई जाए और किसानों को उचित मुआवजा दिलाया जाए। डीसी नरेश नरवाल ने कहा कि उचाना एसडीएम की तरफ से जो रिपोर्ट भेजी गई थी, उसी के आधार पर रिपोर्ट भेजी गई है। इस मामले में किसानों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।

खरीफ सीजन में 68 हजार एकड़ फसल हुई खराब

खरीफ सीजन में सरकार द्वारा कराई विशेष गिरदावरी में जिले में करीब 68 हजार एकड़ फसल में नुकसान पाया गया था। सबसे ज्यादा नुकसान कपास की फसल में गुलाबी सुंडी से हुआ। अकेले उचाना में करीब 54 हजार एकड़ कपास की फसल गुलाबी सुंडी की वजह से खराब हो गई। वहीं जुलाना और जींद में भी कपास की फसल में नुकसान हुआ था। इसमें गैर बीमित 53890 एकड़ में हुए नुकसान के अनुसार प्रशासन ने रिपोर्ट तैयार की। उचाना ब्लाक, जो डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के विधानसभा क्षेत्र में आता है, को सबसे ज्यादा 39 करोड़ 33 लाख 71000 रुपये मुआवजा राशि मिलेगी। यहां 41993 एकड़ कपास की फसल (गैर बीमित) का गुलाबी सुंडी से हुए नुकसान का मुआवजा सरकार देगी। जुलाना ब्लाक में 4734 एकड़ फसल का 5 करोड़ 20 लाख 61500 रुपये मुआवजा राशि मिलेगी।

एसडीएम डा. राजेश कोथ ने बताया कि अलेवा ब्लाक में कपास की फसल में गुलाबी सुंडी से 25 प्रतिशत से कम नुकसान है। सरकार द्वारा 25 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा। किस ब्लाक में कितना नुकसान और कितनी राशि मिलेगी

ब्लाक एकड़ मुआवजा राशि

जींद 4244 3,89,52,500 रुपये

जुलाना 4734 5,20,61,500 रुपये

सफीदों 588 54,48,300 रुपये

उचाना 41993 39,33,71,000 रुपये

नरवाना 2231 2,45,08,000 रुपये

अलेवा शून्य शून्य

कुल 53890 51,43,41,500 रुपये


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