बेसहारा घूम रहे गोवंश खुद के साथ दूसरों की जान भी डाल रहे खतरे में
शहर में करीब दो हजार बेसहारा गोवंश घूम रहा है। रात को गोवंश सड़कों पर आ जाता है। जिससे हादसों का खतरा रहता है। कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।
जागरण संवाददाता, जींद : शहर में करीब दो हजार बेसहारा गोवंश घूम रहा है। रात को गोवंश सड़कों पर आ जाता है। जिससे हादसों का खतरा रहता है। कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। कालोनियों में भी झुंड में गोवंश खड़े रहते हैं। बस स्टैंड, नागरिक अस्पताल, लघु सचिवालय में भी गोवंश पहुंच जाते हैं, जो वाहनों को नुकसान पहुंचाते हैं। शहर में बेसहारा गोवंश को पकड़ने की जिम्मेदारी नगर परिषद की है। जिसने एक साल से गोवंश पकड़ने के लिए अभियान नहीं चलाया है। नगर परिषद ठेकेदार से गोवंश पकड़वा कर नंदीशाला में छोड़ती थी। प्रति गोवंश ठेकेदार को 486 रुपये दिए जाते थे। पिछले साल अगस्त में ठेका अवधि खत्म हो गई। जिसके बाद नगर परिषद ने ना तो दोबारा टेंडर किया और ना ही पुराने ठेकेदार की समयावधि बढ़ाई। जिससे सड़कों पर गोवंश की संख्या बढ़ने लगी। करीब 10 दिन पहले गोहाना रोड पर रात को नागरिक अस्पताल की एक महिला चिकित्सक डा. दीक्षा की गाड़ी के आगे अचानक गोवंश आ गया था। गोवंश की मौके पर ही मौत हो गई थी और महिला चिकित्सक को भी चोटें आई थी।
बेसहारा गोवंश को पकड़ा जाए फोटो : 24 नौ अगस्त की रात को जब वह ड्यूटी के बाद नागरिक अस्पताल से अपनी गाड़ी में घर जा रही थी, तो अचानक गोहाना रोड पर लघु सचिवालय के पास उनकी गाड़ी गाड़ी के आगे काले रंग का गोवंश आ गया। स्ट्रीट लाइट भी नहीं जल रही थी। जिससे गोवंश दिखाई नहीं दिया और टक्कर हो गई। जिसमें बेजुबान गोवंश की जान चली गई और उसे भी चोटें आई। प्रशासन गोवंश को नंदीशाला व गोशालाओं में भिजवाए। डा. दीक्षा, नागरिक अस्पताल चिकित्सक
बेसहारा गोवंश की बढ़ रही संख्या फोटो : 30 शहर में लगातार बेसहारा गोवंश की संख्या बढ़ रही है। सड़कों पर रात को अंधेरा होने से गोवंश दिखाई देता। जिससे दोपहिया वाहन चालक चोटिल हो रहे हैं। इस गंभीर समस्या की तरफ प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा। गोवंश को पकड़ कर नंदीशाला और गोशालाओं में भेजना चाहिए। साथ ही नंदीशाला में गोवंश के लिए सरकार व प्रशासन को मदद देनी चाहिए। राजेंद्र गुप्ता, नेता आम आदमी पार्टी ------------------- गोवंश पकड़ने का लगाएंगे टेंडर : ईओ फोटो : 31 शहर में बेसहारा गोवंश की समस्या है। ये मामला उनके संज्ञान में है। गोवंश पकड़ने का टेंडर लगाने के लिए संबंधित अधिकारियों को आदेश दिए हुए हैं। जो इस पर काम कर रहे हैं। टेंडर की नियम और शर्तों का अध्ययन कर रहे हैं। जल्द ही टेंडर मांगा जाएगा। न्यूनतम रेट देने वाली एजेंसी को ठेका दिया जाएगा। गोवंश की टैगिग कर नंदीशाला भिजवाया जाएगा। सुशील कुमार, ईओ, नगर परिषद जींद