सीवरेज ओवरफ्लो की समस्या को लेकर कालोनी के लोगों ने लगाया जाम
सीवरेज की समस्या को लेकर श्याम नगर कॉलोनी के लोगों ने बृहस्पतिवार पटियाला चौक पर मार्ग जाम कर दिया। कालोनी के लोगों का कहना है कि उनकी गलियों में गंदा पानी भरने के कारण घरों से नहीं निकल पा रहे है। जाम की सूचना पाकर जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ शमशेर ढांडा, शहर थाना प्रभारी दिनेश कुमार मौके पर पहुंच गए और जाम लगा रहे लोगों से बातचीत की। जहां पर जल्द ही उनकी समस्या का समाधान करने का आश्वासन देकर जाम
जागरण संवाददाता, जींद : सीवरेज की समस्या को लेकर श्याम नगर कॉलोनी के लोगों ने बृहस्पतिवार पटियाला चौक पर मार्ग जाम कर दिया। कालोनी के लोगों का कहना है कि उनकी गलियों में गंदा पानी भरने के कारण घरों से नहीं निकल पा रहे है। जाम की सूचना पाकर जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ शमशेर ढांडा, शहर थाना प्रभारी दिनेश कुमार मौके पर पहुंच गए और जाम लगा रहे लोगों से बातचीत की। जहां पर जल्द ही उनकी समस्या का समाधान करने का आश्वासन देकर जाम को खुलवाया। लगभग पौना घंटा मार्ग जाम रहने के कारण वाहनों की लंबी लाइन लग गई।
जाम लगा रहे श्याम नगर के लोगों का कहना है कि वह कई वर्ष से सीवरेज की समस्या से जूझ रहे है और उनकी समस्या का स्थाई समाधान नहीं किया जा रहा है। पिछले आठ दिन से सीवरेज का गंदा पानी उनकी गलियों में भर रहा है और घरों से निकलना भी मुश्किल हो गया। सीवरेज के गंदे पानी से उठ रही बदबू के कारण घरों में रहना भी मुश्किल हो गया है। इसके लिए कई बार अधिकारियों से मिला जा चुका है और हर बार जल्द ही समाधान करने का आश्वासन दिया था, लेकिन एक बार पानी निकालने के बाद फिर से वही हालात बनी जाती है। बुधवार को गली में भरे पानी से निकलते समय तो दो महिला व एक लड़की गिर गई थी और उसको काफी चोट आई है। बाद में जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ शमशेर ढांडा ने मौके पर पहुंचकर जल्द ही पानी निकासी की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया और जाम को खुलवाया।
शहर के अधिकतर हिस्से का गंदा पानी हांसी रोड पर बने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में जाता है। जब ट्रीटमेंट प्लांट में आगे पानी जाने में रूकावट पैदा होती है तो श्याम नगर कालोनी की इस लाइन में पानी ओवरफ्लो हो जाता है। इसका खामियाजा कालोनी के लोगों को उठाना पड़ता है। सबसे ज्यादा दिक्कत अब उस समय खड़ी हो गई जब अमृत योजना के तहत चल रहे कार्य के कारण जनस्वास्थ्य विभाग की कई जगह लाइन टूट गई है।