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दोनों हाथ उठाकर चार राज्यों से आए श्रद्धालु बोले, बेटी बचाएंगे, पढ़ाएंगे भी

संवाद सूत्र, उचाना : कपास मंडी के पास कान्हा सेवा सदन में श्रीएसएस जैन सभा ने करवाए कार्यक्रम म

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Aug 2018 11:21 PM (IST)Updated: Sun, 26 Aug 2018 11:21 PM (IST)
दोनों हाथ उठाकर चार राज्यों से आए श्रद्धालु बोले, बेटी बचाएंगे, पढ़ाएंगे भी
दोनों हाथ उठाकर चार राज्यों से आए श्रद्धालु बोले, बेटी बचाएंगे, पढ़ाएंगे भी

संवाद सूत्र, उचाना : कपास मंडी के पास कान्हा सेवा सदन में श्रीएसएस जैन सभा ने करवाए कार्यक्रम में प्रदेश के साथ पंजाब, यूपी, जम्मू, चंडीगढ़, दिल्ली से श्रद्धालु पहुंचे। अचल मुनि महाराज ने रक्षा बंधन के पर्व पर हुए कार्यक्रम में श्रद्धालुओं को बेटी बचाने, कन्या भ्रूण हत्या न करने का संकल्प दिलाया। श्रद्धालुओं ने दोनों हाथों को खड़े करके यह संकल्प लेते हुए विश्वास दिलाया कि वो बेटी बचाने को लेकर शुरू की गई जैन संत की मुहिम को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। मुनि ने बताया कि भारत में पर्व मनाने की परंपरा शुरू से रही है पर अन्य देशों में ऐसी परंपरा नहीं है। अगर है भी तो सिर्फ वासना वर्धक है। पर्व का अर्थ है प्यार का प्रतीक, जो टूटे दिल है उन्हें जोड़ने के लिए ही पर्व आते है। राखी का पर्व भी इसी का प्रतीक है। जहां पर द्वेष पनप रहा हो, क्रोध की ज्वाला भड़क रही हो उसी को शांत करने के लिए रक्षा बंधन का पर्व आता है। जैन संत ने 11 सूत्र रूपी रक्षा सूत्र प्रदान किए। जैन संत ने कहा कि रक्षा बंधन का अर्थ है कि रक्षा करो बंद+धन अर्थात बंद धन की रक्षा करो मतलब कोख में जो कन्या भ्रूण रूपी धन की हत्या की जा रही है उसकी रक्षा करोंगे तो ये रक्षा बंधन का पर्व हमारा मनाना सार्थक हो जाएगा। इस मौके पर हुकम चंद जैन, दयानंद जैन, संदीप जैन दिल्ली, दीपक जैन जम्मू, वरेश, मुनीष जैन, राजीव, नितिन जैन पंजाब, संजय जैन पिल्लुखेड़ा, धर्मबीर नरवाना, सुरेंद्र नरवाना मौजूद रहे।

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