धरौदी धरने को मिल रहा खापों का समर्थन
गांव धरौदी में धरौदी माइनर संघर्ष समिति के बैनर तले भाखड़ा नहर से धरौदी माइनर में पानी लाने की मांग को लेकर दिया जा रहा धरना 38वें दिन में प्रवेश कर गया। धरनास्थल पर 11 गांवों के ग्रामीणों के अलावा अन्य गांवों के लोग समर्थन में आ उतरे हैं जिससे धरनास्थल पर भीड़ बढ़ती जा रही है।
संवाद सूत्र, नरवाना : गांव धरौदी में धरौदी माइनर संघर्ष समिति के बैनर तले भाखड़ा नहर से धरौदी माइनर में पानी लाने की मांग को लेकर दिया जा रहा धरना 38वें दिन में प्रवेश कर गया। धरनास्थल पर 11 गांवों के ग्रामीणों के अलावा अन्य गांवों के लोग समर्थन में आ उतरे हैं, जिससे धरनास्थल पर भीड़ बढ़ती जा रही है। शनिवार को धरने को ढूल खाप व महम चौबीसी के साथ-साथ अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन, अखिल भारतीय जाट महासभा, अखिल भारतीय किसान सभा ने भी समर्थन दिया। कलायत से विधायक जयप्रकाश भी ग्रामीणों को समर्थन देने के लिए धरनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि धरौदी माइनर में पानी लाने के लिए महिलायें चूल्हा-चौका छोड़कर बैठी हैं, वहीं नौजवान कामों पर जाने की बजाय यहां बैठे हैं। उन्होंने कहा कि 11 गांवों के लोगों की मांग जायज हैं। क्योंकि बिना पानी के काम ही नहीं चल सकता। उन्होंने कहा कि 2 अगस्त को विधानसभा में सभी विपक्षी पार्टियां धरौदी माइनर में पानी लाने की मांग को जोर-शोर से उठाएंगी और इसके लिए काम रोको प्रस्ताव भी लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्यमंत्री कृष्ण बेदी धरनास्थल पर पहुंचे थे और उनको धरौदी माइनर में पानी लाने की घोषणा करके जानी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों द्वारा बताया गया है कि धरौदी माइनर में पानी देने से हिसार में पानी कम हो जायेगा, जबकि वहां 1400 क्यूसिक पानी जाता है और 15 दिन पानी मिलता है। इसलिए सरकार धोखा कर रही है।
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पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा पहुंचेंगे आज
28 जुलाई को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा दोपहर 12.30 बजे गांव धरौदी में धरनास्थल पर पहुंचेंगे और ग्रामीणों के बीच अपनी बात रखेंगे। यह जानकारी धरौदी माइनर संघर्ष समिति ने दी।