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सोशल मीडिया से दूर रहें, बार-बार बुक व नोटबुक को पढ़ें

जागरण संवाददाता जींद चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय (सीआरएसयू) के रजिस्ट्रार एवं परीक्षा नि

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Apr 2021 07:10 AM (IST)Updated: Mon, 12 Apr 2021 07:10 AM (IST)
सोशल मीडिया से दूर रहें, बार-बार बुक व नोटबुक को पढ़ें
सोशल मीडिया से दूर रहें, बार-बार बुक व नोटबुक को पढ़ें

जागरण संवाददाता, जींद : चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय (सीआरएसयू) के रजिस्ट्रार एवं परीक्षा नियंत्रक डा. राजेश बंसल रविवार को दैनिक जागरण के टेलीफोनिक कार्यक्रम हेलो जागरण में पहुंचे। उन्होंने परीक्षाओं की तैयारियों को लेकर विद्यार्थियों को टेलीफोन पर महत्वपूर्ण टिप्स दिए। परीक्षाओं के समय तनाव मुक्त कैसे रहें और कोरोना की वजह से पढ़ाई प्रभावित हुई। ऐसे में कैसे तैयारी कर अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं, इसके बारे में बताया। टेलीफोनिक कार्यक्रम में 25 से ज्यादा विद्यार्थियों के फोन आए। जिनमें स्कूल, कालेज और विश्वविद्यालय के विद्यार्थी शामिल रहे। डा. बंसल ने कहा कि कोरोना से आए संकट की वजह से व्यवस्थाएं प्रभावित हुई हैं। स्कूल व कालेज बंद हो गए थे। फिर भी विद्यार्थियों ने घर बैठे ऑनलाइन पढ़ाई की। परिस्थितियां जैसी भी हों, विद्यार्थियों ने जो पढ़ाई की है। उसके हिसाब से तैयारी करें। सबसे पहले देखें कि सिलेबस में क्या है। किताबों से नोट्स इकट्ठे करें। जितनी देर पढ़ें, एकाग्रचित होकर पढ़ें। सवाल: जेआरएफ की परीक्षा देना चाहता हूं। लेकिन डेढ़ साल से कक्षाएं नहीं लगी हैं, तैयारी के लिए मार्गदर्शन करें।

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-सचिन, सुरबरा

जवाब: आप किताबों को अपना दोस्त बनाएं। कॉलेज की लाइब्रेरी से बुक इश्यू कराएं। जितनी बुक पढ़ोगे, उतना फायदा मिलेगा। कक्षाएं न लगने पर निराश न हों, मोटिवेट करने वाली एक-दो किताब पढ़ लिजीए। ऑफलाइन परीक्षा का विकल्प चुनें, क्योंकि उसमें तनाव नहीं रहता। इससे अपना खुद का मूल्यांकन कर पाआगे। ऑनलाइन में गलत ख्याल आते हैं, जिससे बच्चे गुमराह होते हैं।

सवाल: 12वीं के बाद नैवी या आर्मी में जाना चाहता हूं। कैसे तैयारी करूं?

-सचिन, शामलो

जवाब: बारहवीं के बाद एनडीए या ग्रेजुएशन करके सीडीएसई का एग्जाम दे सकते हैं। इनकी तैयारी के लिए अपना टाइम टेबल बनाएं। प्रतिदिन आठ-10 घंटे एकाग्र पढ़ाई करते हैं, तो सेलेक्शन हो सकता है। लगातार कई घंटे पढ़ाई ना करें। जैसे सुबह छह से आठ, 10 से 12, दो से चार बजे तक पढ़ाई करें। बीच में ब्रेक लें। इस ब्रेक के दौरान मोबाइल, टीवी, इंटरनेट मीडिया से दूर रहें। अच्छा पौष्टिक आहार लें। दैनिक क्रियाएं करें।

सवाल: जो भी याद करता हूं, उसे भूल जाता हूं। अब यही डर रहता है कि परीक्षा के दौरान भी भूल जाऊं और कुछ लिख न सकूं?

-अभिनव गर्ग, नरवाना

जवाब: परीक्षा के दिनों में मोबाइल, सोशल मीडिया व लैपटॉप से दूरी बनाकर रखें। बुक व नोटबुक को बार-बार पढ़ें। महत्वपूर्ण बातों को बुक में अंडरलाइन करें व हाइलाइट करें। नोटबुक में लिखें। याद किया हुआ लिखकर देखें। ऐसा करेंगे तो पेपर में भी सब कुछ याद रहेगा। माता-पिता व बच्चों के साथ बातचीत करें। अपनी पसंद के अनुसार कोई भी खेल खेलें। इससे दिमाग तनाव मुक्त रहता है।

सवाल: पेपर में लिखकर ज्यादा आती हूं और नंबर कम आते हैं? - सुनील और प्रीति, नरवाना

जवाब: परीक्षा में ज्यादा अंक पाने के लिए जरूरी नहीं है कि ज्यादा पेज भरें जाएं। जितने अंक का प्रश्न है, उतने ही शब्दों में उत्तर लिखें। दस नंबर के सवाल का जवाब 350 या 400 शब्दों में काफी रहता है। लेकिन जो भी लिखें वह प्रासंगिक होना चाहिए। जो विद्यार्थी स्पष्ट हेडिग बनाते हैं और जवाब प्वाइंट टू प्वाइंट अच्छे से लिखते है। उन्हें अच्छे अंक मिलते हैं। जवाब ज्यादा लंबा हो और उसमें कौन सी बात कहां लिखी है, ये समझ ना आए, तो उसका कोई फायदा नहीं। इससे अंक कम मिलेंगे। सवाल: कोरोना काल में बच्चे घर पर ऑनलाइन पढ़े। क्लासरूम पढ़ाई का महत्व कितना ज्यादा है?

- ओम सिंह सांगवान, जींद शहर,

जवाब: रजिस्ट्रार ने कहा कि क्लास रूम पढ़ाई का योगदान हमेशा रहेगा। विद्यार्थी अपने हम उम्र वालों के साथ संपर्क में आते हैं, तो पढ़ाई व दूसरी चीजों को लेकर बातचीत होती है। इससे उनका ओवरऑल डेवलपमेंट होता है। क्लास रूम की विविधता उन्हें तनाव मुक्त करती है। ऑनलाइन पढ़ाई में ये चीजें मिसिग हैं। घर बैठे विद्यार्थियों के व्यवहार में भी काफी बदलाव आया है। सवाल: इंटरनेट से पढ़ाई कितनी मददगार है?

- अभिषेक नैन, सुमित व रविद्र, जींद शहर

जवाब: इंटरनेट से आप पढ़ाई में मदद ले सकते हैं। लेकिन 80 प्रतिशत हेल्प किताबों से मिलती है। फील्ड में जाने से नॉलेज मिलती है। लेकिन अभी कोरोना की वजह से नहीं जा सकते। ऐसे में किताबों को अपना साथी बनाएं। जो इंटरनेट से जानकारी लेते हैं, उसमें कुछ गलती भी हो सकती है। लेकिन जो किताबों में मिलेगा, वो सही मिलेगा। किसी लाइब्रेरी से किताबें ले सकते हैं। सवाल: ऑनलाइन परीक्षा में अनफेयर मीन्स केस यानि यूएमसी बनने व अन्य तकनीकी समस्या पर बताएं?

निशा और मधु, कलायत

जवाब: रजिस्ट्रार ने कहा कि कॉलेज व यूनिवर्सिटी के जिन विद्यार्थियों की यूएमसी बनी है। उन्हें यूएमसी कमेटी की मीटिग में अपना पक्ष रखने का मौका मिलेगा। अगर गड़बड़ी नहीं की है, तो सजा नहीं मिलेगी। अभी किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। शांत मन से आगे की परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं।

सवाल: पेपर में अच्छे अंक कैसे आएं? पेपर सॉल्व करने का कौन सा तरीका बेस्ट रहता है?

- शिवानी, रजत, उपासना, अंकित, रविद्र, निशा व हैप्पी, नरवाना

जवाब: किताब को सबसे अच्छा साथी बनाएं। पढ़ा हुआ लिखकर देखें। इससे अपना स्व मूल्यांकन कर सकेंगे। परीक्षा हॉल में पेपर मिलने के बाद एक या दो बार अच्छी तरह पढ़ें और फिर लिखना शुरू करें। प्वाइंट बनाकर लिखें, न कि सीधा एक-दो पेज का पैराग्राफ लिख डालें। ऑनलाइन के बजाय ऑफलाइन परीक्षा में आत्मविश्वास ज्यादा बढ़ता है। अच्छी तैयारी के लिए सुबह योग या व्यायाम करें। साइकिलिग भी कर सकते हैं। पढ़ाई करते समय साथ में लाइट म्यूजिक भी लगा सकते हैं, जिससे पढ़ने में मन लगता है। इससे आप अच्छी तैयारी के साथ परीक्षा रूम में जा सकते हैं। पेपर करते समय जल्दबाजी ना करें। पहले प्रश्न पत्र को ध्यान से पढ़ें। जो अच्छे से आता है, उसे पहले करें।


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