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सृष्टि फाउंडेशन ने नेत्रदान के लिए किया जागरूक

सामाजिक संस्था सृष्टि फाउंडेशन के सदस्यों ने शहर में नेत्रदान के प्रति जागरूकता अभियान चलाया। संस्था के अध्यक्ष डॉ. प्रियदर्शी ने कहा कि सभी धर्मों में दया और परोपकार जैसी मानवीय भावनाएं सिखाई जाती हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Feb 2020 06:15 AM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 06:15 AM (IST)
सृष्टि फाउंडेशन ने नेत्रदान के लिए किया जागरूक
सृष्टि फाउंडेशन ने नेत्रदान के लिए किया जागरूक

जागरण संवाददाता, जींद :

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सामाजिक संस्था सृष्टि फाउंडेशन के सदस्यों ने शहर में नेत्रदान के प्रति जागरूकता अभियान चलाया। संस्था के अध्यक्ष डॉ. प्रियदर्शी ने कहा कि सभी धर्मों में दया और परोपकार जैसी मानवीय भावनाएं सिखाई जाती हैं। हम नेत्र दान कर मरणोपरांत किसी की निष्काम सहायता कर सकें तो धर्म का पालन करेंगे, क्योंकि इसमें कोई भी स्वार्थ नहीं है। इसलिए यह महादान माना जाता है। एक व्यक्ति के नेत्रदान से दो अंधे व्यक्तियों को नई रोशनी मिलती है, जिससे वो भी इस सुंदर संसार को देख सकता है। डॉ. परमिद्र कौर ने कहा कि मौत के बाद आंखें चिता में जलाने की बजाय दान की जानी चाहिए। उन्होंने नेत्रदान की मेडिकल प्रक्रिया की भी जानकारी दी और लोगों को सृष्टि फाउंडेशन के नेत्रदान हेल्पलाइन नंबर 935062232 पर मृतक की जानकारी देने को कहा। सृष्टि संयोजक डॉ. विवेक सिगला व सृष्टि प्रवक्ता बलविद्र सिंह ने बताया कि तीन वर्ष से लेकर 80 वर्ष तक कोई भी व्यक्ति नेत्रदान कर सकता है। अब स्वीकृति फार्म भरे बिना भी परिवार की सहमति से नेत्रदान संभव है।


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