सुविधाओं के अभाव में दम तोड़ रही खेल प्रतिभाएं
जिले में सुविधाओं के अभाव में खेल प्रतिभाएं दम तोड़ रही हैं। न स्टेडियम में सुविधाएं और न ही कोच। इंडोर और आउटडोर खेलों के लिए खिलाड़ी तरस गए हैं। वैकल्पिक व्यवस्था तलाशने में जुटे हैं तो कुछ जिले से बाहर जाकर तैयारी करने पर मजबूर हैं।
जागरण संवाददाता, जींद : जिले में सुविधाओं के अभाव में खेल प्रतिभाएं दम तोड़ रही हैं। न स्टेडियम में सुविधाएं और न ही कोच। इंडोर और आउटडोर खेलों के लिए खिलाड़ी तरस गए हैं। वैकल्पिक व्यवस्था तलाशने में जुटे हैं तो कुछ जिले से बाहर जाकर तैयारी करने पर मजबूर हैं।
जिला मुख्यालय पर अर्जुन स्टेडियम और एकलव्य स्टेडियम खिलाड़ियों के लिए बनाए गए हैं। 12 करोड़ की लागत से बना एकलव्य स्टेडियम अभी तक खेल विभाग को हैंडओवर नहीं किया गया है। इस समय एकलव्य स्टेडियम खिलाड़ियों के खेल के लिए कम और रैलियों के लिए ज्यादा प्रयोग हो रहा है। दूसरी तरफ अर्जुन स्टेडियम का प्रयोग भी युवा केवल रेस लगाने के लिए कर पा रहे हैं। यहां अन्य सुविधाएं नहीं हैं।
तीनों हॉलों पर लटका ताला
अर्जुन स्टेडियम में हॉल पर निर्वाचन आयोग ने कब्जा कर रखा है। तीनों हॉल में लोकसभा चुनावों के दौरान ईवीएम मशीनें रखी गई थी। उसके बाद से ही इन पर ताला लटका हुआ है। टेबल टेनिस, बॉक्सिग, कुश्ती, कराटे समेत दूसरे खेलों के खिलाड़ी प्रेक्टिस ही नहीं कर पा रहे।
न सुविधाएं और न ही कोच
ऐसा नहीं है कि जिले के खिलाड़ियों के लिए केवल सुविधाओं की कमी है। खेल के गुर सिखाने वाले कोच भी जिले में जितने चाहिए, उतने नहीं हैं। जिले में बैडमिटन के कम से कम तीन कोच होने चाहिए लेकिन एक ही है, वह भी दिव्यांग श्रेणी के तहत नियुक्त है, जबकि यह सामान्य श्रेणी के होने चाहिएं। इसके अलावा बॉक्सिग के लिए जिला मुख्यालय पर कोई भी कोच नहीं है। एकमात्र कोच नरवाना में है, एक कोच के जिम्मे ही पूरे जिला का भार है। तलवारबाजी और लॉन टेनिस का कोई भी कोच जिले में इस समय नियुक्त नहीं है। इसके अलावा कबड्डी, कुश्ती, टेबल टेनिस, वुशु, बास्केटबॉल, फुटबॉल के लिए भी मात्र एक-एक कोच ही हैं, जबकि एक जिले में हर खेल के कम से कम तीन कोच होने चाहिए।
डीसी को लिखा गया पत्र : जेजी बैनर्जी
जिला खेल अधिकारी जेजी बैनर्जी ने कहा कि चुनावों के बाद इंडोर गेम्स के लिए बनाए गए हॉल खाली कर दिए जाएंगे। तब तक खिलाड़ियों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था का प्रयास किया जाएगा। एकलव्य स्टेडियम को लेकर भी डीसी डॉ. आदित्य दहिया को लिखा गया है।