पहाड़ों में बर्फबारी से बढ़ रही ठिठुरन, छह डिग्री हुआ जींद का न्यूनतम तापमान
पिछले कई दिनों से लगातार शीतलहर चलने पर मंगलवार को धर्मनगरी का न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है।
जागरण संवाददाता, जींद : पिछले कई दिनों से लगातार शीतलहर चलने पर मंगलवार को धर्मनगरी का न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। कड़ाके की ठंड पड़ने से जहां जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है तो लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। दोपहर को धूप भी निकली लेकिन सुबह और शाम को ठंड के कारण लोग ठिठुरते रहे।
पहाड़ों में हो रही बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्र में साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। न्यूनतम तापमान गिरावट के साथ छह डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। ाआने वाले कई दिनों तक लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ेगा। मौसम विभाग का मानना है कि 15 जनवरी से मौसम साफ हो जाएगा। धूप निकलेगी। लेकिन इस समय मौसम की जो स्थितियां बनी हुई हैं, उससे जाहिर है कि करीब 10 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने वाली शीत लहर धूप को बेअसर करेगी। मौसम साफ होने के बाद यानि 20 जनवरी तक न्यूनतम तापमान एक बार फिर सबसे निचले स्तर पर पहुंच सकता है। पाला जमने की संभावना बनेगी।
बाजारों में दिख रहा ठंड का असर
सुबह देर तक सूर्य के दर्शन न होने पर ठिठुरन बढ़ी हुई है। इस ठिठुरन से बचने के लिए लोग देरी तक अपने घरों में दुबके रहते हैं। इससे बाजार सूना नजर आता है। लोग गर्म कपड़ों में लिपट कर ही अपने घरों से निकल रहे हैं।
गेहूं के लिए अच्छी है ठंड
कृषि विज्ञान केंद्र प्रभारी डा. बीपी राणा ने बताया कि अभी तक पड़ी ठंड गेहूं के लिए फायदेमंद है। इन दिनों में जितने दिन ठंड पड़ेगी, उतनी ही गेहूं के लिए फायदेमंद होगी। इस ठंड में गेहूं की फसल में फुटाव होता है। इन दिनों में फुटाव अच्छा होने पर पैदावार भी बेहतर रहती है। सब्जी की फसलों को ठंड से नुकसान को सकता है। सब्जी उत्पादक किसान को अपनी सब्जी ठंड से बचाने के लिए उसे घास या पराली से ढक कर रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगले करीब एक सप्ताह तक ठंड का दौर जारी रहेगा।