सर! पर्ची न काटो, फोन पर बात कर लो और हाथ में पकड़ा दिया चालान
सर! एक बार फोन पर बात करना। मेरे ताऊजी हैं। हिसार में एसएचओ हैं। सर प्लीज। एक बार बात तो कर लीजिए। हेलमेट न लगाने पर चालान काट रहे सिटी ट्रैफिक एसएचओ चरणजीत सिंह ने गुहार लगा रहे युवक की एक नहीं सुनी और एक हजार रुपये का चालान काटकर पर्चा हाथ में पकड़ा दिया।
जागरण संवाददाता, जींद
सर! एक बार फोन पर बात करना। मेरे ताऊजी हैं। हिसार में एसएचओ हैं। सर, प्लीज। एक बार बात तो कर लीजिए। हेलमेट न लगाने पर चालान काट रहे सिटी ट्रैफिक एसएचओ चरणजीत सिंह ने गुहार लगा रहे युवक की एक नहीं सुनी और एक हजार रुपये का चालान काटकर पर्चा हाथ में पकड़ा दिया। गोहाना रोड पर बस स्टैंड के सामने पुलिस नाके पर दिनभर ऐसा ही नजारा रहता है।
ट्रैफिक पुलिस ने हेलमेट न पहनने वालों के खिलाफ स्पेशल अभियान चलाया हुआ है। रानी तालाब टी-प्वाइंट, बस स्टैंड के सामने, देवीलाल चौक सहित कई जगहों पर ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारी चेकिग करते हैं। सबसे असरदार अभियान गोहाना रोड पर बस स्टैंड के पास चलता है। सबसे ज्यादा लोग यहीं से गुजरते हैं। यहां सिटी ट्रैफिक एसएचओ चरणजीत सिंह की अगुआई में सात-आठ कर्मचारी सुबह से शाम तक हेलमेट न पहनने वालों को पकड़कर उनके धड़ाधड़ चालान करते हैं। कई बार स्कूटी पर सवार महिलाएं बहस करने लग जाती हैं, ऐसे में अब महिला कर्मचारी भी साथ रहती हैं। चरणजीत सिंह कहते हैं कि हेलमेट न पहनने पर जिसका भी चालान करते हैं, वही फोन मिलाकर बात करने को कहता है। कोई किसी नेता का फोन मिलाता है तो कोई किसी अधिकारी से बात कराना चाहता है। कुछ लोग तो बात करने के लिए बहुत ज्यादा जिद करने लग जाते हैं। लेकिन वह किसी का फोन नहीं सुनते। ट्रैफिक नियमों का पालन तो सबको करना ही होगा। डीआईजी अश्विन शैणवी के स्पष्ट निर्देश हैं कि हेलमेट न पहनने वालों पर सख्ती बरती जाए। --दिख रहा है बदलाव
हेलमेट न पहनने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जा रही है। इसका अभियान का असर भी दिखाई दे रहा है। अब 80 फीसदी लोग हेलमेट पहनने लगे हैं। हेलमेट न पहनने पर पुरुषों के साथ स्कूटी सवार महिलाओं के भी एक हजार रुपये का चालान किया जाता है। हेलमेट पहनने का फायदा बाइक सवार को ही होता है। खुद की सुरक्षा के लिए सभी हेलमेट पहनकर ही घर से निकलें।