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हाईवे पर पुल बनाने के विरोध में उतरे दुकानदार, शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना

हाईवे पर बनने वाले पुल के विरोध में पुराने बस स्टैंड के दुकानदारों ने पुल हटाओ, रोजगार बचाओ मुहिम चलाते हुए पेट्रोल पंप के पास अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Jan 2019 01:30 AM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 01:30 AM (IST)
हाईवे पर पुल बनाने के विरोध में उतरे दुकानदार, शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना
हाईवे पर पुल बनाने के विरोध में उतरे दुकानदार, शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना

संवाद सूत्र, उचाना : हाईवे पर बनने वाले पुल के विरोध में पुराने बस स्टैंड के दुकानदारों ने पुल हटाओ, रोजगार बचाओ मुहिम चलाते हुए पेट्रोल पंप के पास अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। दुकानदारों ने चेतावनी दी कि पुल बनाने की योजना को रद करने और मिट्टी वाले पुल की जगह पीलर वाले पुल बनाने की मांग में से एक मांग को नहीं माना, तो जींद उप चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ प्रचार करेंगे। जो उम्मीदवार भाजपा को हराने का काम करेगा, उसके पक्ष में वे अपने जानकारों और रिश्तेदारों को मतदान करने का आह्वान करेंगे।

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जिले ¨सह, यशपाल, चंद्रपाल पांचाल, धूप ¨सह, ईश्वर जांगड़ा, काला, गंगादत्त आदि ने कहा कि पुराने बस स्टैंड पर मिट्टी का पुल बनने से चार सौ दुकानें प्रभावित होंगी। इससे हजारों लोगों को रोजगार प्रभावित होगा। सरकार ने जल्द दुकानदारों की मांगों को नहीं माना, तो वे अपने परिवारों के साथ प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। जब नरवाना जैसे बड़े शहर में पुल का निर्माण न हो रहा तो उचाना जैसे कस्बे में पुल का निर्माण क्यों कराया जा रहा है। पुल बनाने से दुकानें बंद हो जाएंगी। इससे हजारों परिवारों का पालन-पोषण प्रभावित होगा।

दुकानदारों ने कहा कि पुल निर्माण के बजाय उचाना कस्बे से पहले बाईपास निकलना चाहिए। जुलाना, दनौदा जैसे क्षेत्रों में जब बाईपास निकाले जा सकते हैं, तो उचाना में क्यों नहीं बाईपास निकाला जा सकता है। जिस तरह से पुराने बस स्टैंड पर हजारों का रोजगार प्रभावित करके मिट्टी का पुल निर्माण कराया जा रहा है, वह पूरी तरह से रोजगार विरोधी रवैया है। उन्होंने कहा कि आज उनका रोजगार जा रहा है। जो राजनीति पार्टी के नेता आज उनके हक की लड़ाई में उनके साथ खड़े होंगे तो जब उनको जरूरत होगी, वह भी उन नेताओं के साथ होंगे। राजनीति पार्टी के नेताओं को चाहिए कि वह उनके इस आंदोलन का हिस्सा बनते हुए खुद के रोजगार को बचाने के लिए जो मुहिम चला रहे है, उसमें साथ दे। इस मौके पर बलवान शर्मा, सुरेंद्र श्योकंद, सुशील अत्री, महावीर शर्मा, रामनिवास खटकड़, सतबीर कर¨सधु, धीरज कर¨सधु, राजेश खटकड़, बलबीर मिस्त्री, बलवान सरपंच, बनी ¨सह, नरेश छातर आदि मौजूद रहे।


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