साइकिल पर ही करनी होगी घर तक की डगर तय
कोरोना वायरस से बचाव की खातिर जहां पंजाब एवं हरियाणा को लॉकडाउन कर दिया गया है इसलिए सब काम धंधे भी बंद हो गए हैं। इससे उन लोगों पर रोजगार और रोटी का संकट आ गया है जो अपने घरों से हजारों किलोमीटर दूर काम करने के लिए पहुंचे थे।
जागरण संवाददाता, जींद : कोरोना वायरस से बचाव की खातिर जहां पंजाब एवं हरियाणा को लॉकडाउन कर दिया गया है, इसलिए सब काम धंधे भी बंद हो गए हैं। इससे उन लोगों पर रोजगार और रोटी का संकट आ गया है, जो अपने घरों से हजारों किलोमीटर दूर काम करने के लिए पहुंचे थे। अब यह लोग अपने घर वापसी पर निकल रहे हैं। वाहन न चलने के कारण कुछ लोग पैदल तो कुछ लोग साइकिल पर सवार होकर चल दिए हैं, ताकि अपने घर पहुंच सकें।
कोरोना वायरस की महामारी की मार अब घर से दूर रोजी-रोटी की तलाश में आए मजदूरों पर पड़ रही थी, इसलिए वह अपने घरों की तरफ लौटने लगे हैं। शनिवार को खटकड़ गांव के पास भी कुछ लोग साइकिल पर सवार होकर जाते दिखे, जो पंजाब से आए थे और वापस उत्तर प्रदेश के बुलंद शहर अपने घर जा रहे थे।
इन लोगों ने बताया कि पंजाब में कर्फ्यू के चलते उन्हें खाने के भी लाले पड़ गए थे, इसलिए उनके पास और कोई चारा नहीं था। जितना खाना था, वह खत्म हो गया था, इसलिए अब घर लौटना उनकी मजबूरी था। सड़कों पर कोई वाहन नहीं है, इसलिए वह साइकिल पर ही अपने घर के लिए निकल पड़े हैं। बीच रास्ते में जहां भी खाने की व्यवस्था हो, वहां पर खाना खाकर आगे के लिए निकल पड़ते हैं। हरिओम कुमार और आशु ने बताया कि वह पंजाब में रिफाइनरी में काम करते हैं और उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जा रहे हैं। काम बंद होने के चलते उनके पास जो पैसा था, वह खत्म हो गया था और खाने पीने का सामान भी खत्म हो गया था तो उनके भूखे मरने की नौबत आ गई थी। चूंकि कोई भी वाहन नहीं चल रहा है, लिहाजा घर तक का सफर उन्हें साइकिल पर ही तय करना होगा।