पानी की लीकेज के कारण धंसा रोहतक रोड, एनआइटी कुरुक्षेत्र ने बीएंडआर को सौंपी रिपोर्ट
जींद में रोहतक रोड धंसने के मामले में (नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी) एनआइटी कुरुक्षेत्र ने जांच रिपोर्ट बीएंडआर के एक्सईएन को भेज दी है।
जागरण संवाददाता, जींद : रोहतक रोड धंसने के मामले में (नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी) एनआइटी कुरुक्षेत्र ने जांच रिपोर्ट भवन एवं निर्माण(बीएंडआर) एक्सईएन को भेज दी है। जांच रिपोर्ट में सड़क धंसने का कारण पानी की लीकेज को माना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नीचे दबी पाइप लाइन के लीक होने और ज्यादा पानी जाने की वजह से पाइप के नीचे से मिट्टी खिसक गई। जिससे पाइप लाइन के ज्वाइंट खुले और सड़क के नीचे की परत हिल गई। हालांकि जांच रिपोर्ट में सीधे तौर पर लीकेज के लिए कौन जिम्मेदार है, संबंधित विभाग का नाम नहीं लिखा गया है। यहां नगर परिषद ने सड़क बनने से पहले करीब 35 फीट तक गहरी खोदाई कर अमृत योजना के तहत बरसाती पानी की लाइन बिछाई थी और जन स्वास्थ्य विभाग ने सीवर लाइन डाली थी। जिससे सड़क धंसने का ठीकरा बीएंडआर इन दोनों विभागों पर फोड़ रहा है।
गौरतलब है कि करीब डेढ़ माह पहले रोहतक रोड धंसा था। बीएंडआर अधिकारियों का कहना है कि नगर परिषद और जन स्वास्थ्य विभाग की पाइप लाइन की लीकेज के कारण सड़क धंसी। नगर परिषद अधिकारियों का कहना है कि जब सड़क धंसी, उस समय तक बरसाती पानी की लाइन में पानी ही नहीं छोड़ा गया था, तो लीकेज कहां से हुई। वहीं जन स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों का कहना है कि सीवर लाइन में कोई लीकेज नहीं थी। सड़क धंसने के बाद सीवर लाइन के नीचे से मिट्टी निकल गई। जिस कारण उनकी पाइप का ज्वाइंट अलग हुआ।
14 अगस्त को एनआइटी की टीम ने किया था दौरा
बीएंडआर के एसई की तरफ से चार अगस्त को सड़क धंसने के मामले की जांच के लिए चार अगस्त को एनआइटी कुरुक्षेत्र को पत्र लिखा था। 14 अगस्त को एनआइटी कुरुक्षेत्र के सिविल इंजीनियरिग डिपार्टमेंट से डा. प्रवीन अग्रवाल ने रोहतक रोड का दौरा किया था। जिसके आधार पर उन्होंने अपनी टेक्निकल राय दी है। बीएंडआर अधिकारियों ने बताया कि एनआइटी की रिपोर्ट में सड़क निर्माण में कहीं कोई कमी नहीं पाई गई। टेस्ट रिपोर्ट में सब ठीक पाया गया है।
लीकेज की टेस्टिग के बाद ही सड़क बनाई जाए
रिपोर्ट में एनआइटी ने हिदायत दी गई है कि बरसाती पानी की लाइन और सीवर लाइन की लीकेज चेक की जाए। सुनिश्चित किया जाए कि पाइप लाइन में लीकेज ना हो। जहां मिट्टी धंसी है, वहां मिट्टी का अच्छे से जमाव किया जाए। उसके बाद ही सड़क का दोबारा निर्माण किया जाए। जन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से रोहतक रोड पर सीवर लाइन पर आई दिक्कत को ठीक किया जा रहा है।
जन स्वास्थ्य विभाग ने उठाए सवाल
जन स्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन संजीव कुमार ने कहा कि बीएंडआर के पास क्या रिपोर्ट आई है, उसके बारे में जानकारी नहीं है। लेकिन सीवर लाइन की वजह से सड़क नहीं धंसी है। मिट्टी का सही से जमाव हुए बगैर ही सड़क बनाई गई थी। जिस कारण सड़क धंसी है। मिट्टी धंसने की वजह से सीवर लाइन का पाइप का ज्वाइंट खुला। मिनी बाईपास रोड पर भी सड़क धंसी है, वहां तो सीवर लाइन नहीं है। वहां सड़क कैसे धंस गई।
बरसाती पानी की लाइन की हो चुकी टेस्टिग, नहीं है लीकेज
नगर परिषद एक्सईएन सुमित मलिक ने बताया कि अमृत योजना के तहत बिछाई बरसाती पानी की पाइप लाइन की रोहतक रोड पर टेस्टिग हो चुकी है। पाइप लाइन कहीं से लीक नहीं है। पिछले माह हुई बारिश के दौरान भिवानी रोड और रोहतक रोड एरिया का पानी इस लाइन से पंपिग स्टेशन पर पहुंचा था। इस दौरान कहीं लीकेज नहीं थे। बीएंडआर की तरफ से उनके पास रिपोर्ट नहीं आई है। इसलिए रिपोर्ट के संबंध में कुछ नहीं कह सकते।
दोनों विभागों को भेजी जाएगी रिपोर्ट
बीएंडआर एक्सईएन सुल्तान वशिष्ठ ने बताया कि एनआइटी कुरुक्षेत्र से रिपोर्ट आ चुकी है। नीचे पानी की वजह से मिट्टी के बेस को नुकसान पहुंचा। जिससे सड़क धंसी है। नगर परिषद और जन स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट भेजी जाएगी। पानी की लीकेज सीवर लाइन की लीकेज से आया या बरसाती पानी की लाइन के कारण। ये तो संबंधित दोनों विभाग की जांच कर बता सकते हैं। जब दोनों विभाग लिखित में देंगे कि उनकी पाइप लाइन में लीकेज नहीं है, तभी सड़क का निर्माण किया जाएगा।
विधायक ने अधिकारियों से उग्रवादियों को बताया था अच्छा
पिछले सप्ताह सड़क धंसने के मामले में भाजपा विधायक डा. कृष्ण मिढ़ा ने जब सड़क धंसने के मामले में अधिकारियों से जवाब मांगा, तो विभागों द्वारा खुद जिम्मेदारी लेने की बजाय एक-दूसरे पर आरोप लगाए गए। जिससे क्रोधित हुए विधायक ने कहा था कि जींद के अधिकारियों से तो उग्रवादी भी अच्छे हैं, जो विस्फोट कर जिम्मेदारी तो लेते हैं। विधायक का बयान काफी सुर्खियों में आया था।
विधानसभा सब्जेक्ट कमेटी भी कर चुकी दौरा
रोहतक रोड का चार अगस्त को विधानसभा सब्जेक्ट कमेटी भी निरीक्षण कर चुकी है। जिसने इस मामले में बीएंडआर, नगर परिषद और जन स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार माना था और कार्रवाई के लिए रिपोर्ट बनाकर विधानसभा स्पीकर को सौंपी थी। बताया जा रहा है कि तीनों विभागों के आठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है। इस माह विधानसभा सब्जेक्ट कमेटी की बैठक होनी है।