सड़कें उखड़ी हुई हैं, मुख्य मार्गों की नहीं हो रही सफाई, सफाई का ठेके की राशि की जाए कम
अन्ना टीम ने शहर में रुके हुए निर्माण कार्यों को शुरू कराने व नगर परिषद के सफाई के ठेके की समीक्षा कर कम करने की मांग को लेकर डीसी डा. आदित्य दहिया को मांग पत्र सौंपा।
जागरण संवाददाता, जींद : अन्ना टीम ने शहर में रुके हुए निर्माण कार्यों को शुरू कराने व नगर परिषद के सफाई के ठेके की समीक्षा कर कम करने की मांग को लेकर डीसी डा. आदित्य दहिया को मांग पत्र सौंपा। अन्ना टीम सदस्य सुनील वशिष्ठ ने बताया कि कोरोना संकट की वजह से प्रदेश सरकार के पास भी पैसे की कमी है। नगर परिषद ने शहर की प्रमुख सड़कों की सफाई व कूड़ा उठाने का ठेका 48 लाख रुपये महीना दिया हुआ है। अन्ना टीम ने ठेके की पुन: समीक्षा कर बजट कम करने की भी मांग करते हुए कहा कि शहर की सभी प्रमुख सड़कें स्वयं नगर परिषद ने ही पाइप दबाने के लिए उखाड़ कर छोड़ रखी हैं। जिन पर अब सफाई नहीं करवानी पड़ती। सफाई का ठेका जो पहले ही काफी महंगा है। इससे कम राशि में भी शहर की सफाई हो सकती है, जिससे नगर परिषद का लाखों रुपया बचेगा। वहीं स्कीम नंबर पांच-छह की सड़कों की स्पेशल रिपेयरिग के टेंडर के मामले में एक ठेकेदार द्वारा लगाए आरोपों की जांच करा कर पारदर्शी तरीके से टेंडर प्रक्रिया कराने की मांग की। डीसी डॉ. आदित्य ने कहा कि सफाई के ठेके का मामला संज्ञान में नहीं है। अगर सफाई का ठेका महंगा है, तो जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
डिवाइडर पर सही लगाई जाए ग्रिल
अन्ना टीम ने जींद से गोहाना जाने वाले मेजर विनय चौधरी मार्ग के डिवाइडर के बीच एनएचएआइ द्वारा लगाई जाने वाली लोहे की ग्रिल को तकनीकी तौर पर सही करवाने की मांग की। जिसमें कट से मुड़ते हुए दूसरी दिशा का वाहन नजर नहीं आता। अन्ना टीम सदस्य सुनील वशिष्ठ ने बताया कि नियमों के मुताबिक हर कट से पास 10 से 15 फुट दूर तक यह ग्रिल नहीं लगाई जा सकती। जबकि एनएचएआइ इसे कट के अंतिम छोर तक लगा रहा है। इसके अलावा में आवारा पशु, कुत्ते व बंदरों की समस्या का भी जल्द समाधान करने की मांग की। इस अवसर पर सुनील वशिष्ठ, सुशील कुमार, खिलाड़ी राम, सुनील बंसल व नकुल शर्मा उपस्थित रहे।