Ramlila in Jind: शूर्पणखा की नाक काटने के दृश्य ने तालियां बजाने पर किया मजबूर
श्री रामा भारतीय कला केंद्र की ओर से हुडा ग्राउंड रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को शूर्पणखा की लक्ष्मण द्वारा नाक काटने के दृश्य का मंचन किया गया। रामलीला में सबसे महत्वपूर्ण दृश्य पंचवटी का रहा।
संवाद सूत्र, नरवाना। श्री रामा भारतीय कला केंद्र द्वारा हुडा ग्राउंड में करवाए जा रहे रामलीला मंचन के छठे दिन पंचवटी में राम-लक्ष्मण-सीता का विश्राम करना, शूर्पणखा का आना, खर-दूषण वध और अंत में रावण महल के दृश्य दिखाए गए। रामलीला के शुभारंभ पर ईश्वर गोयल, जयदेव बंसल, विक्रम गोयल, सज्जन सिंगला व प्रवीण मित्तल ने मुख्यातिथि के तौर पर शिरकत की।
रामलीला में सबसे महत्वपूर्ण दृश्य पंचवटी का रहा। पंचवटी में राम-लक्ष्मण और सीता जैसे ही विश्राम करते हैं तो उसी समय उन्हें देख रावण की बहन शूर्पणखा वहां पहुंच जाती है। शूर्पणखा पहले मन ही मन सोचती है कि इन दोनों में से एक से बात कर शादी का प्रस्ताव रखा जाए। उसके बाद पर सीधे भगवान श्रीराम के सम्मुख पेश हो जाती है और उनका परिचय लेती है। उसके बाद वह अपने बारे में बता देती है। दोनों के बीच बातचीत होने के बाद वह श्रीराम के सामने अपना शादी का प्रस्ताव रख देती है।
भगवान राम उसके शादी के प्रस्ताव पर व्यंग्य करते हुए कहते हैं कि वह उनके छोटे भाई लक्ष्मण के पास जाकर ही इस बारे में बात कर सकती हैं। फिर वह लक्ष्मण के सामने उनसे विवाह करने को लेकर कहती हैं और तरह-तरह के प्रलोभन देती है, लेकिन लक्ष्मण शूर्पणखा की बातों से क्रोधित होकर उसकी नाक काट देता है। प्रधान भारत भूषण ने रामलीला के सफल मंचन के लिए सभी शहर के लोगों का आभार भी व्यक्त किया।
मंच पर भगवान राम की भूमिका अमन वर्मा, सीता की भूमिका में प्रिंस धीमान, लक्ष्मण की भूमिका में प्रताप, रावण की भूमिका में नरेंद्र कुकरेजा, शूर्पणखा की भूमिका में हिमांशु गोयल, बूढ़े मारीच की भूमिका में रामनिवास जैन, खर की भूमिका में रामदास, दूषण की भूमिका में कृष्ण शामिल रहे।
इनके अलावा सभी पत्रों में बेहतर तरीके से संगीत मास्टर दयाचंद, अरविंद गर्ग, रमेश चंद्र और सोनू दे रहे हैं। इस मौके पर सुशील कौशिक, राजीव गर्ग, ओमप्रकाश थुआ, महावीर जैन, खजांची बाता, रामकुमार, कुलदीप, अचल मित्तल, विकास, डा. सत्यवान गोस्वामी, रामदास, अमृत उझाना व लक्की गर्ग भी मौजूद रहे।