गोहाना रोड डिवाइडर पर हादसों की रेलिग, मौत के इंतजार में प्रशासन
शहर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले गोहाना रोड के बीच में एनएचएआइ लोहे की रेलिग लगा रहा है। डिवाइडर से कूदकर सड़क पार करते समय होने वाले हादसों को रोकने के लिए लगाई गई यह लोहे की जाल खुद हादसों की रेलिग बन गई है।
जागरण संवाददाता, जींद : शहर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले गोहाना रोड के बीच में एनएचएआइ लोहे की रेलिग लगा रहा है। डिवाइडर से कूदकर सड़क पार करते समय होने वाले हादसों को रोकने के लिए लगाई गई यह लोहे की जाल खुद हादसों की रेलिग बन गई है। कट से सटाकर रेलिग लगाने व इनकी ऊंचाई ज्यादा होने से वाहन चालक परेशान हैं और एनएचएआइ व प्रशासन को शिकायतें भी दे चुके हैं। लेकिन लगता है प्रशासन व एनएचएआई किसी हादसे के इंतजार में है।
गोहाना रोड शहर का सबसे व्यस्त मार्ग है। एनएचएआइ (नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के अधीन इस सड़क पर सुबह से रात तक वाहनों की लाइन लगी रहती है। पैदल चलने वाले लोग जगह-जगह डिवाइडर पर चढ़कर सड़क पार करते रहते थे। इस कारण होने वाले हादसों को रोकने के लिए एनएचएआइ ने पुलिस लाइन के सामने से रेलिग लगानी शुरू की है। पिडारा के पास बाईपास पुल से लेकर स्कीम नंबर पांच के कट तक रेलिग लगाई जा चुकी है। रेलिग की ऊंचाई ज्यादा है। इस कारण कट से वाहन मोड़ते समय ड्राइवर को दूसरी तरफ से आने वाले वाहन दिखाई नहीं देते और हादसों का डर लगा रहता है। गाड़ी को रोककर मुश्किल से कट पार करना पड़ रहा है। हर आदमी यह कह रहा है कि यह तो मारने वाली रेलिग है। कभी न कभी बड़ा हादसा होकर रहेगा। डीआरडीए, सिविल अस्पताल, आटा चक्की मोड़ व पुलिस लाइन के सामने लगे कट पर ज्यादा लोग क्रॉसिग करते हैं। यहां हादसा होने का डर बना रहता है। इस बारे में लोगों ने एनएचएआई व जिला प्रशासन को काफी शिकयतें दी हैं। लेकिन अभी तक कहीं भी कट के पास से रेलिग नहीं हटाई है।
कट के दोनों तरफ 20 से 30 फुट हटे रेलिग
शहर के लोगों की मांग है कि गोहाना रोड पर जितने भी कट हैं, उनके दोनों तरफ 20 से 30 फुट रेलिग हटाई जानी चाहिए ताकि कट पार करते समय कार या बाइक ड्राइवर को दूसरी तरफ से आता हुआ वाहन दिख सके। अभी कट तक सटाकर रेलिग लगाई हुई है, जिस कारण दूसरी तरफ से पांच फुट दूर तक का वाहन भी दिखाई नहीं देता है और हादसा होने का डर बना रहता है।
रेलिग नहीं हटाई तो बड़ा हादसा होकर रहेगा
गोहाना रोड पर चक्की मोड़ के पास बने कट पर दिनभर में हजारों वाहन क्रॉस करते हैं। आसपास के दुकानदारों का कहना है कि कई बार हादसा होने से बचा है। पांच दिन पहले दूसरी से कुछ न दिखने पर कार सवार ने कट को क्रॉस किया तो बाइक सवार को अचानक ब्रेक मारने पड़ गए और वह फिसलता हुआ दूर जाकर गिरा। उसके पीछे महिला बैठी थी। गनीमत रही कि दोनों बच गए।
-रचना शर्मा, प्राध्यापिका, राजकीय कॉलेज, जींद
वर्जन
गोहाना रोड पर रेलिग से लोगों को समस्या होने की शिकायतें उनके पास आई हैं। इस बारे में इंजीनियर को निर्देश दिया है कि वह मौके पर जांच करें। वाहन चालकों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी। ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि रेलिग के चलते कोई हादसा न हो।
-वीके शर्मा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआई --