जींद में जनस्वास्थ्य विभाग की पोल नगरपरिषद ने खोली, सीवर लाइन जाम
शहर में सीवरेज लाइनें जाम होने और मैनहोल से गंदा पानी निकलने की शिकायतें आम आदमी ही कर रहे थे। अब नगरपरिषद ने भी जनस्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली की पोल खोलकर रख दी है।
जागरण संवाददाता, जींद : शहर में सीवरेज लाइनें जाम होने और मैनहोल से गंदा पानी निकलने की शिकायतें आम आदमी ही कर रहे थे। अब नगरपरिषद ने भी जनस्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली की पोल खोलकर रख दी है। नगरपरिषद का कहना है कि शहर के कई इलाकों में सीवर लाइनें बंद पड़ी हैं। इससे सीवर बैक मार रहे हैं और गंदा पानी घरों में घुस रहा है।
नगर परिषद ने जन स्वास्थ्य विभाग को शहर में रुके हुई सीवर लाइनों की सफाई करने के लिए चिट्ठी लिखी है। नगर परिषद ईओ की तरफ से लिखी चिट्ठी में कहा गया है कि हनुमान नगर, बत्तख चौक सहित शहर में कई जगहों पर सीवर लाइनें बंद हैं। हनुमान नगर में सीवर बैक मार रहे हैं, जिससे गंदा पानी घरों में चला जाता है। इस वजह से जन प्रतिनिधियों को परेशानी उठानी पड़ती है। इसलिए जल्द सीवर लाइन खोली जाएं। हनुमान नगर में सीवर के मैनहोल भी खुले पड़े हैं। जिससे कोई दुर्घटना होने पर जन स्वास्थ्य विभाग जिम्मेदार होगा। नगर परिषद के मुख्य सफाई निरीक्षक मोहन भारद्वाज ने बताया कि जन स्वास्थ्य विभाग की सीवर लाइन साफ नहीं होने से गलियों में पानी भर रहा है। बरसात के समय यह समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है। सड़कों पर गंदा पानी खड़ा होने से आसपास के लोगों का बदबू से रहना मुश्किल हो रहा है। वहीं, जन स्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन संजीव कुमार ने बताया कि मशीन खराब होने से हनुमान नगर और बत्तख चौक पर सीवर लाइन की सफाई नहीं हो पाई थी। जल्द उन इलाकों की सफाई कराई जाएगी।
मिढ़ा के सामने भी एक-दूसरे पर फोड़ा था ठीकरा
पिछले सप्ताह बीजेपी विधायक डा. कृष्ण मिढ़ा ने रेस्ट हाउस में शहर में चरमराई निकासी व्यवस्था को लेकर जन स्वास्थ्य विभाग, नगर परिषद और बीएंडआर अधिकारियों की मीटिग ली थी। जिसमें नगर परिषद और जन स्वास्थ्य विभाग ने एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ा था। नगर परिषद मुख्य सफाई निरीक्षक ने कहा था कि जन स्वास्थ्य विभाग अपनी सीवर लाइनों की सफाई नहीं कराता। जिस वजह से ही ज्यादा दिक्कत आ रही है। बारिश में सीवर के मैनहोल बैक मार रहे थे। वहीं जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ सतीश नैन ने कहा था कि बरसाती पानी की निकासी का जिम्मा नगर परिषद का है। बारिश के दौरान नालों से पोलिथीन बह कर सीवर लाइनों में आते हैं, जिससे सीवर रुकते हैं।
पोलिथीन प्रयोग करने वालों को दिया है नोटिस
बरसात के दौरान पोलिथीन बह कर नालों और सीवर में जाते हैं। जो सीवर और नालों के ब्लाक होने का एक मुख्य कारण है। नगर परिषद ने पोलीथिन, प्लास्टिक से बने गिलास व चम्मच बेचने वालों को चेतावनी दी है। अगर इसका प्रयोग बंद नहीं किया गया, तो सामान जब्त कर जुर्माना किया जाएगा। सभी छोटे दुकानदारों, रेहड़ी वालों को हिदायत दी है कि वे पोलिथीन का प्रयोग ना करें। पोलीथिन का प्रयोग करते मिलने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।