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छठे पंचायती चुनावों की तैयारी : जिले की 150 पंचायतों पर महिला और 150 पर चुनावी ताल ठोंकेंगे पुरुष

फरवरी-2020 में पंचायती चुनावों की संभावना तेज होने के साथ ही जिले में चुनावों को लेकर सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Dec 2020 06:10 AM (IST)Updated: Tue, 22 Dec 2020 06:10 AM (IST)
छठे पंचायती चुनावों की तैयारी : जिले की 150 पंचायतों पर महिला और 150 पर चुनावी ताल ठोंकेंगे पुरुष
छठे पंचायती चुनावों की तैयारी : जिले की 150 पंचायतों पर महिला और 150 पर चुनावी ताल ठोंकेंगे पुरुष

प्रदीप घोघड़ियां, जींद

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फरवरी-2020 में पंचायती चुनावों की संभावना तेज होने के साथ ही जिले में चुनावों को लेकर सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं। इस बार जिले की 300 ग्राम पंचायतों में से 150 ग्राम पंचायतों की चौधर महिलाओं के हाथ में होगी तो 150 गांवों के सरपंच पुरुष बनेंगे। पंचायत विभाग की तरफ से सभी जिला विकास एवं पंचायत कार्यालय में पत्र भेजकर महिलाओं को 50 फीसद और बीसीए कैटेगरी को 8 फीसद आरक्षण लागू कर उसी हिसाब से चुनावों की तैयारी के निर्देश दिए हैं। सम और विषम संख्या के हिसाब से गांवों की नंबरिग होगी। जो गांव सम संख्या पर आएगा, वहां महिलाएं चुनाव लड़ेंगी तो जो विषम संख्या पर होगा, वहां की कमान पुरुषों के हाथ होगी। किस गांव में महिला और किस गांव में पुरुष चुनाव लड़ेगा, विभागीय सूत्रों के अनुसार इसे लेकर अगले सप्ताह तक तस्वीर साफ हो जाएगी।

कड़ाके की ठंड के बीच हालात यह हो गए हैं कि जहां पर भी चार लोग बैठते हैं तो वहां पर या तो किसान आंदोलन की बात चलती है या फिर पंचायती चुनावों की। वर्तमान सरपंचों का कार्यकाल डेढ़ महीने बाद फवरी-2021 में खत्म होने जा रहा है। अब तक 33 फीसद गांवों की चौधर महिलाओं के हाथ में थी। ड्रा प्रक्रिया के जरिए आरक्षित पदों का चयन होता था। अब पंचायती राज एक्ट में संशोधन के बाद महिलाओं की भागीदारी 50 फीसद कर दी गई है। गांवों को सम और विषम के आधार पर नंबरिग देकर सम संख्या पर महिलाएं और विषम संख्या पर पुरुष चुनाव लड़ेंगे। हालांकि गांवों को सम-विषम के आधार पर किस तरह से बांटा जाएगा, इसे लेकर जिला स्तर पर अभी तक किसी तरह का कोई नोटिफिकेशन नहीं आया है लेकिन विभागीय सूत्रों के अनुसार संभावनाएं यह जताई जा रही है कि पहले गांवों को अंग्रेजी की वर्णमाला के अनुसार एल्फाबेटिकली बांटा जाएगा।

इस हिसाब से दी जा सकती है नंबरिग

नंबरिग देने के लिए पहले गांवों को एल्फाबेटिकली बांटा जाएगा। उदाहरण के तौर पर जैसे ए से आसन, अहिरका, अकालगढ़, अलेवा, अलीपुरा, अमरगढ़, अमरेहड़ी, हैं तो आसन को एक नंबर, अहिरका को दो नंबर, अकालगढ़ को तीन नंबर, अलेवा को चार, अलीपुरा को पांच, अमरगढ़ को छह, अमरेहड़ी को सात नंबर दिया जाएगा। उसके बाद एक, तीन, पांच, सात नंबर पर पुरुष सरपंच होंगे और दो, चार, छह, आठ नंबर वाले गांवों में सरपंच महिलाएं बनेंगी। इसी तरह बी एल्फाबेट पर बहबलपुर, बरसोला, बराह कलां, बीबीपुर, बूरा डहर हैं, तो बहबलपुर को एक नंबर, बरसोला को दो, बराह कलां को तीन, बीबीपुर को चार नंबर दिया जाएगा, उसके बाद सम-विषम के आधार पर सरपंची तय होगी।

ड्रा प्रक्रिया हो सकती है कैंसिल

2021 में चुनावों को लेकर जिले में ड्रा प्रक्रिया हो चुकी है लेकिन यह ड्रा प्रक्रिया 33 फीसद महिलाओं के आरक्षण के साथ हुई है। अब महिलाओं का आरक्षण 50 फीसद कर दिया गया है, इसलिए इस ड्रा प्रक्रिया को रद किया जा सकता है लेकिन अभी तक इसका भी कोई नोटिफिकेशन नहीं आया है।

विभाग को मिला लेटर : डीडीपीओ

डीडीपीओ(जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी) आरके चांदना ने कहा कि महिलाओं को 50 फीसद और बीसीए कैटेगरी को 8 फीसद आरक्षण लागू करने का पत्र जरूर प्राप्त हो चुका है लेकिन गांवों की नंबरिग कैसे और किस आधार पर होगी, इस बारे अभी कोई गाइडलाइन नहीं आई है। इसमें वह अभी कुछ भी नहीं बता सकते।


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