डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन न करवाने वाले वकील नहीं कर सकेंगे प्रैक्टिस
जागरण संवाददाता, जींद बार कौंसिल ऑफ पंजाब एंड हरियाणा के चेयरमैन विजेंद्र ¨सह अहलावत
जागरण संवाददाता, जींद
बार कौंसिल ऑफ पंजाब एंड हरियाणा के चेयरमैन विजेंद्र ¨सह अहलावत ने कहा कि बार कौंसिल आफ इंडिया ने देशभर में वकीलों की डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन काफी सख्त कर दी है। जो वकील अपने डॉक्यूमेंट की वेरीफिकेशन नहीं कराएंगे, वे प्रैक्टिस नहीं कर सकेंगे।
सोमवार को जिला बार में पहुंचे विजेंद्र अहलावत ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि जो नए वकील पंजीकृत हो रहे हैं, उनकी बीए व एलएलबी की डिग्री की साथ-साथ वेरिफिकेशन करवाई जा रही है। पुरानों में 1975 के बाद जितने वकील पंजीकृत हुए हैं, उनको भी अपने डॉक्यूमेंट की वेरीफिकेशन करवानी होगी। 1975 के पहले पंजीकृत वकीलों को सिर्फ वेरीफिकेशन का फार्म भरकर देना होगा। जो वकील अपने डॉक्यूमेंट की वेरीफिकेश्न नहीं करवाएंगे, वह खुद ही नॉन प्रैक्टाइ¨जग कैटेगरी में आ जाएगा।
अहलावत ने कहा है कि मार्च से वकीलों का वेलफेयर फंड लागू हो चुका है। इसके तहत मेडिकल बीमा डेढ़ लाख रुपये और मृत्यु पर एक से साढ़े चार लाख रुपये बीमा दिया जाता है। अब उनका प्रयास रहेगा कि मेडिकल बीमा 4 लाख और मृत्यु पर दस लाख रुपये दिया जाए। इस मौके पर बार के प्रधान बलराज श्योराण, दया ¨सह, वीरेंद्र लाठर, जसबीर कुंडू, हेमंत सुखीजा, शमशेर रजाना, गुलाब ¨सह, सुखबीर बूरा, संदीप वशिष्ठ, महताब पौड़िया, कुंअर रामपाल, सुनील चहल, मंजीत श्योराण, सुनहरा ढिल्लो, सूबे ¨सह ढिल्लो आदि मौजूद थे। बॉक्स..
--बार कौंसिल चुनाव में जिले के 1132 वकील डालेंगे वोट
आगामी एक व दो नवंबर को बार कौंसिल आफ पंजाब एंड हरियाणा के चुनाव के सिलसिले में जिला बार में पहुंचे चेयरमैन विजेंद्र ¨सह अहलावत ने कहा कि वकीलों को सुविधाएं दिलवाना उनकी प्राथमिकता रही है। कौंसिल के चुनाव के बारे में उन्होंने कहा कि एक नवंबर को चंडीगढ़ में वोट पड़ेंगे और 2 नवंबर को पंजाब और हरियाणा के सभी बार में वोट डाले जाएंगे। चुनाव के लिए अभी तक पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के 61,435 वकील वोट डालने के योग्य पाए गए हैं। इनमें हरियाणा के 29434, पंजाब के 21668 और चंडीगढ़ हाइकोर्ट व डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के 10333 वकील शामिल हैं। एडवोकेट अहलावत ने बताया कि पंजाब, हरियाणा व चंडीगढ़ में 95 हजार वकील पंजीकृत हैं, लेकिन वोटर लिस्ट में 61,435 के नाम शामिल हैं। इनमें जींद बार के 754, नरवाना के 229 और सफीदों बार के 149 वकील शामिल हैं।