बगैर सुविधाओं के ऑनलाइन शिक्षण और प्रशिक्षण जी का जंजाल बना : वजीर सिंह
अध्यापकों के लंबित मांगों और किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ की जिला कार्यकारिणी की मीटिग रविवार को जिला प्रधान साधुराम की अध्यक्षता में हुई।
जागरण संवाददाता, जींद : अध्यापकों के लंबित मांगों और किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ की जिला कार्यकारिणी की मीटिग रविवार को जिला प्रधान साधुराम की अध्यक्षता में हुई। मुख्य वक्ता पूर्व राज्य प्रधान वजीर सिंह ने मीटिग में कहा कि ऑनलाइन शिक्षण प्रशिक्षण बिना ढांचागत सुविधाओं व प्रशिक्षण के जी का जंजाल बना हुआ है। सरकार केवल आंकड़ों के रूप में यह दर्शाना चाहती है कि हमने ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से शत-प्रतिशत बच्चों को शिक्षण उपलब्ध करवा दिया है। अध्यापकों पर गैर शैक्षणिक कार्यों का भार जबरन थोपा जा रहा है। 1983 शारीरिक शिक्षकों में से पुन: चयनित पीटीआई को 10 वर्ष की सेवा का लाभ देना सुनिश्चित किया जाना चाहिए और बाकी को खेल एवं स्कूल सहायक के पद पर जल्द कार्य ग्रहण करवाया जाए। जेबीटी अध्यापकों की बार-बार जारी अंतर जिला स्थानांतरण को तुरंत प्रभाव से लागू किया जाए। छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहन राशि, निश्शुल्क पाठ्य पुस्तकें, ऑनलाइन शिक्षण उपकरण समय पर मिलें। पुरानी पेंशन बहाल हो, अस्थाई शिक्षकों का स्थायीकरण व सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध हो। केवल व्यावहारिक व अनिवार्य तबादले किए जाएं। राज्य ऑडिटर वेदपाल रिढ़ाल और राज्य उपप्रधान होशियार सिंह ने कहा कि प्रशिक्षण प्रदान करने के सरकारी संस्थानों में दाखिले पूर्ण पर बंद कर दिए हैं। मॉडल संस्कृति स्कूलों के नाम पर शिक्षा अधिकार अधिनियम का उल्लंघन किया जा रहा है। प्रदेश के 8645 प्राथमिक विद्यालयों में एक भी स्थाई सफाई कर्मचारी नहीं है। 34850 अध्यापकों के पद विभाग में रिक्त हैं। जिला प्रधान साधुराम ने कहा कि अगर बातचीत द्वारा हरियाणा सरकार व शिक्षा विभाग शिक्षा जगत के मुद्दों का सकारात्मक हल नहीं निकालते, तो 27 जनवरी से 28 फरवरी तक अध्यापक संघ खंड स्तरीय प्रदर्शन करेगा। मार्च में जिला स्तरीय प्रदर्शन करते हुए अप्रैल में राज्य स्तरीय रैली की जाएगी। 15 मार्च से खंड स्तरीय सम्मेलन और चुनाव होंगे। मई में जिला स्तरीय सम्मेलन और चुनाव करवाते हुए मई के अंत या जून में राज्य स्तरीय सम्मेलन और चुनाव करवाए जाएंगे। इस अवसर पर भूप सिंह वर्मा, सत्येंद्र कुमार, महेंद्र गौतम, महावीर पोपड़ा, परमात्मा प्रसाद, शमशेर सिंह, रोहतास आसन, शमशेर कौशिक, रणधीर सिंह, हैप्पी सिंह, रामनिवास, सतीश व अमरजीत मौजूद रहे।