कांग्रेस और जजपा में टिकट के दावेदारों की लंबी सूची से नेतृत्व को आ रहा पसीना
हरियाणा के जींद उपचुनाव के लिए सभी दलों में टिकट के लिए घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस और जननायक जनता पार्टी में टिकट के दावेदारों की लंबी सूची से नेतृत्व मुश्किल में है।
जींद, जेएनएन। यहां 28 जनवरी को होनेवाले विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस व जननायक जनता पार्टी में टिकट के दावेदारों की लंबी लिस्ट से हाईकमान को पसीना आ रहा है। प्रत्याशी के चयन को लेकर दोनों पार्टियों में महामंथन चल रहा है। लेकिन दावेदारों की लंबी लिस्ट से किसी भी पार्टी में दो या तीन नामों का पैनल भी तैयार नहीं हो सका है।
प्रत्याशी के चयन को लेकर दोनों पार्टियों में चल रहा महामंथन
कांग्रेस के करीब दस प्रत्याशियों ने टिकट के लिए दावा ठोंक रखा है। सभी नेता चुनाव की घोषणा के बाद दिल्ली में जमे हुए हैं और अपने आकाओं के पास हाजिरी भर रहे हैं। रविवार को दिल्ली में पार्टी पर्यवेक्षक केसी वेणुगोपाल ने 15 गुरुद्वारा रकाबगंज में प्रदेश के सभी प्रमुख नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान सभी नेताओं ने अपने समर्थक नेताओं के नाम आगे बढ़ाए।
जाट प्रत्याशियों में कलायत से निर्दलीय विधायक जयप्रकाश के बेटे विकास और भूपेंद्र हुड्डा के नजदीकी सुरेश गोयत के नाम पर भी चर्चा हुई। गोयत ने पार्टी के सामने दावा किया है कि उन्हें टिकट मिलता है तो नौगामा, कंडेला व माजरा खाप में वह सबसे मजबूत प्रत्याशी हैं। गैरजाट में कर्मवीर सैनी व मांगेराम गुप्ता के नाम भी आगे बढ़ाए गए। अब पार्टी की 9 जनवरी को दोबारा मीटिंग होगी और उसी दिन प्रत्याशी की घोषणा की जाएगी।
जननायक जनता पार्टी ने अपने नेताओं को फील्ड में सक्रिय कर दिया है। शहर के वार्डों से लेकर गांवों में दौरों के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है। इन टीमों ने घर-घर जाकर प्रचार करना भी शुरू कर दिया है। सांसद दुष्यंत चौटाला भी दो दिन पहले हलके के कई गांवों का दौरा करने के साथ शहर में भी दो सभाएं कर चुके हैं। पार्टी की तरफ से प्रदीप गिल, अशोक लीलू सहित कई नामों पर चर्चा रही है।
भाजपा नहीं कर पाई उम्मीदवारों की घोषणा
भारतीय जनता पार्टी के पर्यवेक्षक जींद आकर सभी दावेदारों से आवेदन लेकर अपनी रिपोर्ट हाईकमान को सौंप चुके हैं। इस पर रविवार को दिल्ली में प्रदेश प्रभारी अनिल जैन की अध्यक्षता में हुई मीङ्क्षटग में चर्चा भी हुई थी, लेकिन घोषणा नहीं हुई। सूत्रों के अनुसार अनिल जैन, बराला और सीएम ने प्रत्याशी पर फैसला ले लिया है। अब दिल्ली में अमित शाह के आने पर उनकी मुहर लगनी बाकी है।