लक्ष्य बोले : अब वर्ल्ड चैंपियनशिप व ओलंपिक में गोल्ड जीतना लक्ष्य
लक्ष्य ने जकार्ता से दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि वह यहां गोल्ड में कहा कि वह यहां गोल्ड मेडल जीतने के लिए आया था।
जागरण संवाददाता, जींद : लक्ष्य ने जकार्ता से दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि वह यहां गोल्ड मेडल जीतने के लिए आया था। लेकिन अब उसे सिल्वर मेडल पर भी सब्र है। अब उसका लक्ष्य इसी साल वर्ल्ड चैंपियनशिप और 2020 में ओलंपिक गेम्स में देश के लिए गोल्ड मेडल जीतना है। इसके लिए वह अपनी पूरी ताकत झोंक देगा।
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कोच बोले: लक्ष्य का मेच्योरिटी लेवल दूसरे बच्चों से ज्यादा, बहुत आगे जाएगा
जागरण संवाददाता, जींद : युवा निशानेबाज लक्ष्य श्योराण को दिल्ली में को¨चग देने वाले कोच विक्रम चोपड़ा ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि लक्ष्य गजब का लड़का है। उसका निशानेबाजी का जुनून और जज्बा भी देखने लायक है। एशियन गेम्स में चयन के लिए उसने पूरा जोर लगा दिया था। उनके पास काफी टैलेंटेड बच्चे हैं, लेकिन मेच्योरिटी लेवल में वह दूसरे बच्चों से काफी आगे है। ग्राउंड पर उसका ध्यान सिर्फ अपने लक्ष्य पर रहता है। उसे सिर्फ अपने काम से मतलब रहता है। उसका एक ही था ग्राउंड पर आकर बंदूक चलाना। अपनी कमियों को समझना और शू¨टग करना। उसके नेचर की अच्छी बात यह है कि वह सभी खिलाड़ियों से घुल-मिलकर रहता है। बहुत ही साफ दिल और सॉफ्ट नेचर का बच्चा है। प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ियों के लिए भी वह भलाई चाहता है। उसका खेल देखकर दावे के साथ कह सकता हूं कि वह बहुत आगे जाएगा।
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लक्ष्य श्योराण के मंत्र
1. सिर्फ अपने गेम पर माइंड सेट करना। जो कर रहा हूं, वह करना है।
2. नेगेटिव चीजों को दिमाग में नहीं रखना। दिमाग में सिर्फ टारगेट रखना है।
3. अपनी कमियों को उसी दिन कोच से समझकर दूर करना।
4. साथ वाला खिलाड़ी क्या कर रहा है, इस पर ध्यान न देकर खुद पर फोकस करना।