खुले में भीग रहा लाखों ¨क्वटल गेहूं, मानसून की बारिश में खराब होने का खतरा
जागरण संवाददाता, जींद : गोदामों में जगह न होने के कारण खुले में रखे लाखों ¨क्वटल गेहूं प
जागरण संवाददाता, जींद : गोदामों में जगह न होने के कारण खुले में रखे लाखों ¨क्वटल गेहूं पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। मानसून सीजन में खुले में रखा यह गेहूं भीगने से खराब हो सकता है। गोदामों में पुराना गेहूं भरा होने के कारण इस बार काफी मात्रा में गेहूं का स्टॉक एजेंसियों द्वारा खुले में किया गया है। यहां तक कि अनाज मंडी में भी हरियाणा वेयर हाउस ने जगह किराये लेकर खुले में गेहूं की बोरी रखी हुई हैं, जो कवर्ड नहीं होने के कारण बारिश में भीग रहा है।
इस साल जिले में रिकॉर्ड गेहूं की पैदावार हुई है और पिछले साल भी बंपर पैदावार थी। गेहूं का उत्पादन ज्यादा होने और गोदामों में चावल भरा होने के चलते खरीद एजेंसियों द्वारा इस बार लाखों ¨क्वटल गेहूं का स्टॉक खुले में किया गया है। एजेंसियों ने खुले में रखे गेहूं को तिरपाल से तो ढका हुआ है, लेकिन पिछले दिनों बारिश के साथ आई तेज आंधी में तिरपाल बोरियों के ऊपर से उड़ गया और लाखों गेहूं के कट्टे भीग गए। दूसरे राज्यों में गेहूं की डिमांड नहीं होने के कारण इस बार पूरे मानसून सीजन खुले में रखा गेहूं के उठान की संभावना कम ही है।
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मप्र और राजस्थान में होती थी सप्लाई
दूसरे कई राज्यों में हरियाणा से चावल जाता है। सरकार धान खरीद कर एजेंसियों को देती है, जिसमें से चावल निकाल कर एजेंसी सरकार को देती हैं। यह चावल एफसीआइ के गोदामों में रखा जाता है। एफसीआइ के ज्यादातर क्षेत्रों में खुद के गोदाम नहीं है, वह हैफेड, एग्रो और अन्य एजेंसियों के गोदाम किराये पर लेती है, जिनमें चावल और गेहूं रखा जाता है। इस बार उन राज्यों से चावल की डिमांड नहीं आई, जिससे चावल गोदामों ही भरा रह गया। इससे लाखों ¨क्वटल गेहूं खुले में रखा गया है।
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खुले में रखे गेहूं का वैज्ञानिक तरीके से भंडारण किया जाता है। उससे गेहूं नहीं भीगता है। इस बार गोदामों में जगह कम होने से बड़ी मात्रा में गेहूं का भंडारण खुले में हुआ है। किस एजेंसी का गेहूं बारिश में भीगा है, यह संज्ञान में नहीं है। संबंधित एजेंसी से इसकी जानकारी लेकर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
राजेश आर्य, डीएफएससी
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नरवाना में नौ और जींद में छह एमएम बारिश
सोमवार को भी दिनभर बादल छाए रहे और सुबह कई स्थानों पर हल्की बारिश हुई। सोमवार सुबह तक नरवाना में नौ, जींद में छह, उचाना में पांच, जुलाना में तीन एमएम बारिश हुई। सफीदों और पिल्लूखेड़ा में बूंदाबांदी हुई। दिन का अधिकतम तापमान 36 और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री रहा। आगामी दिनों में भी आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है।