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देर रात तक ग्रामीणों को मनाने में जुटे रहे मंत्री कृष्ण बेदी

धरौदी माइनर को भाखड़ा से जोड़ने की मांग को लेकर धरौदी गांव में 35 दिन से धरने पर बैठे 11 गांवों के ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्य मंत्री कृष्ण बेदी ने देर सायं नरवाना रेस्ट हाउस में मीटिग की।

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Jul 2019 10:41 AM (IST)Updated: Thu, 25 Jul 2019 10:41 AM (IST)
देर रात तक ग्रामीणों को मनाने में जुटे रहे मंत्री कृष्ण बेदी
देर रात तक ग्रामीणों को मनाने में जुटे रहे मंत्री कृष्ण बेदी

संवाद सूत्र, नरवाना : धरौदी माइनर को भाखड़ा से जोड़ने की मांग को लेकर धरौदी गांव में 35 दिन से धरने पर बैठे 11 गांवों के ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्य मंत्री कृष्ण बेदी ने देर सायं नरवाना रेस्ट हाउस में मीटिग की। करीब दो घंटे चली इस मीटिग में कृष्ण बेदी ने प्रतिनिधिमंडल को पीने का पानी 15 दिन के अंदर मुहैया कराने तथा माइनर को अगले कुछ महीनों में भाखड़ा से जोड़ने का आश्वासन दिया। जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल ग्रामीणों से राय लेने के लिए मीटिग से बाहर आ गया। रात साढ़े नौ बजे के बाद प्रतिनिधिमंडल दोबारा मीटिग में गया। समाचार लिखे जाने तक मीटिग जारी थी।

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किसानों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने से पूर्व कृष्ण बेदी ने डीसी डॉ. आदित्य दहिया, सिचाई विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिग की। उसके बाद किसानों से बंद कमरे में बातचीत शुरू की। प्रतिनिधिमंडल में फरैण कलां के सरपंच सत्यवान, हमीरगढ़ के सरपंच रविद्र, धरौदी माइनर संघर्ष समिति के प्रधान अमित, सतपाल कर्मगढ़, सतबीर बेलरखां, ईश्वर फरैण कलां शामिल रहे। वहीं प्रशासन की तरफ से डीसी डॉ. आदित्य दहिया, एसडीएम जयदीप कुमार, बीडीपीओ राजेश टिवाणा, डीएसपी जगत सिंह, सीआइडी डीएसपी रविद्र, कैथल से सिचाई विभाग के एसई रवि मित्तल, नरवाना से एक्सइएन बलराज चौहान, पब्लिक हेल्थ के एक्सइएन हरभजन सिंह मीटिग में थे।

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ये गांव कर रहे मांग

बेलरखा, धरौदी, फरैण कलां, फरैण खुर्द, खानपुर, कर्मगढ़, लौन, कान्हाखेड़ा, खरल, उझाना व हमीरगढ़ गांव के लोग धरने पर बैठे हैं। इन गांवों में धरौदी माइनर से पानी आता है, जो सिचाई व पेयजल सप्लाई के काम में आता है। फिलहाल धरौदी माइनर में मुंदड़ी हैड से करीब 90 किलोमीटर से पानी आता है। वहीं भाखड़ा केवल आठ किलोमीटर दूर है। ग्रामीणों का कहना है कि मुंदड़ी हैड दूर होने के कारण पानी पूरा नहीं पहुंच पाता। अगर भाखड़ा से माइनर को जोड़ दिया जाए, तो पानी पूरा मिलेगा। इससे पीने व खेतों में सिचाई के लिए पूरा पानी मिल सकेगा। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार अपनी मजबूरी ना गिनाते हुए धरौदी माइनर को भाखड़ा नहर से जोड़े, ताकि 11 गांव के बाशिदों को एक तरह से जीवनदान मिल सके। गांव बेलरखां के छोटूराम ने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर धरौदी माइनर में पानी नहीं आया, तो वे मुख्यमंत्री का नाम लेकर फांसी लगा लेंगे। यहीं नहीं वे परिवार के साथ मरेंगे।

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प्रशासन रहा अलर्ट

धरौदी माइनर को भाखड़ा नहर से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल से हुई धरौदी माइनर संघर्ष समिति की वार्ता विफल होने पर खापों द्वारा बुधवार को आंदोलन को लेकर फैसला लेने के ऐलान के चलते प्रशासन अलर्ट रहा। लेकिन सरकार की तरफ से मंत्री कृष्ण बेदी द्वारा बातचीत के लिए बुलाने पर खापों ने यह फैसला 25 जुलाई तक टाल दिया। इसके बाद धरने में शामिल गांव धरौदी से रणधीर, अंकुश, महेंद्र, राममेहर तथा गांव कर्मगढ़ से सतबीर आमरण अनशन पर बैठ गए। एसडीएम जयदीप कुमार, डीएसपी जगत सिंह व बीडीपीओ राजेश टिवाणा सुबह ही धरनास्थल पर पहुंच गये थे और पल-पल की जानकारी ले रहे थे। ग्रामीण रेलवे ट्रैक को जाम न कर दें, इसके लिए धरौदी रेलवे स्टेशन पर पुलिस लगा दी गई थी।


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