खापों ने लिया फैसला, जींद में भाजपा-जजपा नेताओं की एंट्री पर होगा विरोध
किसान आंदोलन भारतीय जनता पार्टी और जन नायक जनता पार्टी के नेताओं के लिए गले की फांस बनता जा रहा है। नेताओं का विरोध होने लगा है।
संवाद सूत्र, उचाना : किसान आंदोलन भारतीय जनता पार्टी और जन नायक जनता पार्टी के नेताओं के लिए गले की फांस बनता जा रहा है। खटकड़ टोल पर शुक्रवार को जिले की खाप पंचायतों की महापंचायत हुई। जिसमें में फैसला लिया गया कि जिले में जो भी भाजपा, जजपा का नेता आएगा, उसका विरोध किया जाएगा। इन नेताओं को काले झंडे दिखाने के साथ-साथ उनको जिले से बाहर निकाला जाएगा। जब तक किसानों की मांगे केंद्र सरकार नहीं मानती है, तब तक ये फैसला जारी रहेगा।
महापंचायत में फैसला लिया गया कि अंबानी, अडानी, बाबा रामदेव के जो भी उत्पाद होंगे, उनका बहिष्कार किया जाएगा। जिले के गांव-गांव जाकर लोगों को इसके लिए प्रेरित किया जाएगा। भाजपा विधायक दल की बैठक में बीते दिनों किसानों को कृषि कानूनों को लेकर समझाने के लिए जिला, ब्लॉक स्तर पर रैली, कार्यक्रम करने का जो फैसला लिया गया था। उसका भी विरोध किया जाएगा। खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर पहलवान, दाड़न खाप चबूतरा पालवां के प्रधान दलबीर श्योकंद ने कहा कि जब तक तीनों कानूनों को रद करने की मांग को केंद्र सरकार पूरा नहीं करती है, तब तक भाजपा, जजपा के नेताओं की एंट्री जिले में नहीं होने दी जाएगी। सीएम मनोहर लाल ने भाजपा के विधायकों, मंत्रियों को गांव में जाकर कृषि कानूनों को लेकर जो प्रचार-प्रसार करने को लेकर कहा गया है। कोई भी सरकार का मंत्री, विधायक, सरकार को समर्थन देने वाली पार्टी के विधायक आते हैं, तो उनका विरोध किया जाएगा। ये कानून किसानों के हक में हैं, तो इनके फायदे दिल्ली बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों को बताएं, न कि गांवों में जाकर बताए। इस मौके पर बारहा खाप के प्रधान कुलदीप ढांडा, माजरा खाप के प्रधान महेंद्र रिढाल, पूर्व सरपंच बिजेंद्र सिंह, चांदी राम करसिधु, रामनिवास करसिधु, ईश्वर खटकड़, अमरजीत खटकड़, रामराज पोंकरी खेड़ी, कैप्टन भूपेंद्र, कैप्टन वेद प्रकाश, रघबीर सिंह, प्रेम सिंह बांगड़, धर्मबीर राठी, भीम सिंह फफड़ाना, लीला छापड़ा, पूर्व सरपंच कृष्ण, बलिद्र सिंह, भीरा करसिधु मौजूद रहे।