करवाचौथ पर्व कल, बाजारों में महिलाओं की उमड़ी भीड़
जागरण संवाददाता, जींद : करवाचौथ दिन महिलाओं के खास होता है। इस दिन जहां महिलाएं अच्छी तर
जागरण संवाददाता, जींद : करवाचौथ दिन महिलाओं के खास होता है। इस दिन जहां महिलाएं अच्छी तरह संजती-संवरती है, वहीं अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूरा निर्जल व्रत भी रखती है और शाम को चांद देखकर व्रत खोलती है। आधुनिक युग में पति भी इस दिन अपनी पत्नी के लिए व्रत रखने लग गए हैं। करवा चौथ पर्व को देखते हुए पिछले एक सप्ताह से शहर के मुख्य बाजारों में महिलाओं की खासी भीड़ नजर आ रही है। जरनल स्टोर की दुकानों से लेकर साड़ी, लहंगों की दुकानें महिलाओं से भरी देखी जा सकती है। ब्यूटी पार्लरों पर भी महिलाओं की भीड़ है। एक सप्ताह पहले ही महिलाओं ने ब्यूटी पार्लरों की बु¨कग करनी शुरू कर दी थी। ब्यूटी पार्लर संचालिकाओं ने महिलाओं को आकर्षित करने के लिए विभिन्न पैकेजों पर विशेष छूट दे रखी है। बाजारों में महिलाएं जमकर खरीददारी कर रहीं हैं, इसलिए बाजारों में खूब रौनक है। करवाचौथ के अवसर पर साड़ियों और लहंगों की सबसे ज्यादा डिमांड रहती है। मार्केट में वर्क साड़ी की कीमत डेढ़ हजार रुपये से लेकर 15 हजार रुपये तक में उपलब्ध है। करवा चौथ पर्व को लेकर पिछले कई दिनों से जिले की महिलाएं त्योहार की तैयारी में व्यस्त हैं। इसको लेकर बाजारों में रौनक बढ़ गई है। सजने संवरने के लिए ब्यूटी पार्लर व मेहंदी लगाने वालों की दुकान पर तांता लगा हुआ है। करवा चौथ पर पूजा के लिए स्पेशल करवा चौथ थाली, लोटा, छलनी, करवा रुमाल व गणेश जी का नारियल की मांग भी बढ़ी है।
कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी में रखा जाता है व्रत
करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी में रखा जाता है। सुहागिन इस व्रत को अपने पति की लंबी आयु के लिए रखती है। महिलाओं को सुबह उठकर संकल्प के साथ व्रत धारण करना चाहिए। व्रत को नियम पूर्वक व विधि-विधान से करना चाहिए। क्रोध व आलस्य से दूर रहना चाहिए। व्रत की संपूर्ण फल की प्राप्ति के लिए गणेश जी की पूजा-अर्चना कर चंद्रमा को अर्घ देने के बाद व्रत खोलना चाहिए। चंद्रमा उदय होने से पहले व्रत नहीं खोलना चाहिए। करवा चौथ की कथा का श्रवण करना चाहिए। इससे मन में ²ढ़ संकल्प की जागृति उत्पन्न होती है। इस त्योहार का भारतीय संस्कृति में बहुत महत्व हैं। सुहागिनें व्रत रखने के बाद कथा सुनती हैं। करवा चौथ के दिन महिलाएं पूरा दिन व्रत रखे और सायंकालीन होने पर ही पूजा-अर्चना करे।
राजस्थानी मेहंदी का क्रेज
महिलाओं में राजस्थानी मेहंदी हाथों पर लगवाने का क्रेज बढ़ा है। मार्केट में अधिकतर महिलाएं राजस्थानी मेहंदी लगवाती हुई नजर आई। मेहंदी लगवाने वालों ने मेहंदी लगाने के रेटों में भी वृद्धि कर दी है। जो एक हाथ पर मेहंदी पहले 100 रुपये में लगती थी, वहीं अब उसकी कीमत 150 रुपये हो गई है। मेहंदी लगाने वाले चंदन ने बताया कि एक पूरा हाथ पर मेहंदी लगाने की कीमत 150 रुपये, आधा हाथ पर मेहंदी लगाने की कीमत 100 रुपये, दोनों हाथों पर मेहंदी 300 रुपये तय किए गए हैं।