अखंड भारत की शपथ दिलाएंगी जेसीज आफ जींद की 80 टीमें
जागरण संवाददाता, जींद : संगठन ही सभी शक्तियों की जड़ है। एकता के बल पर ही अनेक राष्ट्रा
जागरण संवाददाता, जींद : संगठन ही सभी शक्तियों की जड़ है। एकता के बल पर ही अनेक राष्ट्रों का निर्माण हुआ है। हर वर्ग में एकता के बिना देश कभी उन्नति नहीं कर सकता। इस भाव को लेकर बृहस्पतिवार को जींद में जेसीआइ के सभी सातों चैप्टर पहली बार एक साथ जेसीज ऑफ जींद के बैनर तले इकट्ठे होकर स्कूलों में विद्यार्थियों को अखंड भारत की शपथ दिलाएंगे।
जेसीआइ इंडिया की तरफ से हर साल 2 फरवरी को स्कूलों में राष्ट्रीय अखंडता दिवस मनाया जाता है। अब तक जींद के सातों चैप्टर इसे अलग-अलग मनाते थे। इस बार जेसीआइ जींद के प्रधान पवन मलिक, जेसीआइ रियासत के ताजेंद्र वर्मा, जेसीआइ सेंट्रल के देवेंद्र ¨सगला, जेसीआइ जींद रॉयल के बालकृष्ण सोनी, जेसीआइ जींद सिटी के प्रधान मुनीष कालड़ा, जेसीआइ जींद जयंती के प्रधान अंकुर कंसल, जेसीआइ जींद क्लासिक के विजय चुघ ने अखंडता को खुद पर लागू करते हुए एक मंच पर आने का फैसला किया।
जेसीआइ जींद के प्रधान पवन मलिक ने बताया कि सातों चैप्टरों ने जेसीज ऑफ जींद के बैनर तले इकट्ठे होकर 80 टीमों का गठन किया है। ये टीमें बृहस्पतिवार को स्कूलों में जाकर विद्यार्थियों को अखंड भारत की शपथ दिलाएंगी। मलिक ने बताया कि एक टीम दो स्कूलों का दौरा करेगी। इनमें जींद शहर के अलावा आसपास के गांवों के स्कूलों को भी शामिल किया गया है। पुराने जेसीज सुभाष श्योराण, अजेश जैन, रोशनलाल गोयल, केसी गुप्ता, संजय धवन, बीएम भोला, रमेश ¨सगला ने सातों चैप्टरों के इकट्ठा होने की सराहना की।
देश में प्रथम आने का लक्ष्य
जेसीआइ जींद के पूर्व प्रधान मायाराम देवली ने बताया कि जींद के सातों चैप्टरों ने इस बार देश में प्रथम आने का लक्ष्य रखा है। पिछले साल जेसीआइ जींद ने डेढ़ लाख विद्यार्थियों को अखंडता की शपथ दिलाकर नॉर्थ जोन में पहला स्थान हासिल किया था और देशभर में तीसरे स्थान पर रहे थे। इस पर जेसीज आफ जींद ने पहले स्थान पर आने का लक्ष्य रखा है। जेसी सुनील जुलानी को जेसीआई जींद के प्रोजेक्ट का कोर्डिनेटर बनाया गया है।
ये दिलाई जाएगी शपथ
हम भारतवासी अपने देश की अ¨हसा एवं सहनशीलता की परंपरा में दृढ़ विश्वास रखते हैं तथा निष्ठापूर्वक शपथ लेते हैं कि हम सभी प्रकार के आतंकवाद और ¨हसा का डटकर विरोध करेंगे। हम मानव जाति के सभी वर्गो के बीच शांति, सामाजिक, सद्भाव तथा सूझबूझ कायम करने और मानव जीवन मूल्यों को खतरा पहुंचाने वाली और विघटनकारी शक्तियों से लड़ने की भी शपथ लेते हैं।