Move to Jagran APP

गौरव पट्ट पर जलालपुर खुर्द को सैनी बाहुल्य गांव लिखा, तनाव का माहौल

जलालपुर खुर्द गांव में गौरव पट पर जाति विशेष का नाम लिखने पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। बुधवार को प्रशासन द्वारा ये गौरव पट लगाया गया था। जिसे रात को ही किसी ने तोड़ भी दिया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Apr 2019 08:29 AM (IST)Updated: Fri, 05 Apr 2019 08:29 AM (IST)
गौरव पट्ट पर जलालपुर खुर्द को सैनी बाहुल्य गांव लिखा, तनाव का माहौल
गौरव पट्ट पर जलालपुर खुर्द को सैनी बाहुल्य गांव लिखा, तनाव का माहौल

जागरण संवाददात, जींद : जलालपुर खुर्द गांव में गौरव पट पर जाति विशेष का नाम लिखने पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। बुधवार को प्रशासन द्वारा ये गौरव पट लगाया गया था। जिसे रात को ही किसी ने तोड़ भी दिया। इस मामले में बृहस्पतिवार को गांवों से विभिन्न समुदायों के लोग डीसी से मिलने पहुंचे और सरपंच पर गांव में जात-पात का जहर घोलने के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। जिसके बाद प्रशासन ने आनन-फानन में गांव जाकर गौरव पट हटाया।

loksabha election banner

पंच सतपाल, राजा सैनी, संजय सैनी, जगत सिंह, सतबीर, प्रदीप, जितेंद्र, जगबीर, रणधीर, संजू, मनफूल, रामकुमार, राजकुमार, विकास व अन्य लोगों ने बताया कि बुधवार को गांव में गौरव पट लगाया गया है। जिस पर गांव की गौरव गाथा का वर्णन किया गया है। लेकिन सरपंच ने सैनी बाहुल्य गांव लिखवा कर गांव में जात-पात का जहर फैलाने का प्रयास किया है। इससे पूरे गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है। गौरव पट बनवाने से पहले सरपंच ने किसी भी पंच व अन्य समाज के लोगों से कोई सलाह नहीं ली। सरपंच ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए ग्रामीणों की भावनाओं को आघात पहुंचाया है। ग्रामीणों ने सरपंच के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पद से हटाने की मांग की।

-----------------

सभी गांवों में लगाए जा रहे गौरव पट

प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार सभी गांवों में गौरव पट लगाए गए हैं। जिनमें गांव का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों, दानवीरों, स्वतंत्रता सेनानियों, बड़े अधिकारियों और टॉपर विद्यार्थियों के नाम इस पट पर अंकित किए जाते हैं। गांव का इतिहास भी लिखा जाता है, जिससे कि गांव के लोगों को प्रेरणा मिला और आपसी भाईचारा बना रहे।

---------------

गौरव पट हटवाया

बीडीपीओ को तुरंत गांव में भेज कर गौरव पट को वहां से हटा दिया गया है। गौरव पट तीन तरफ तो ठीक है और चौथे तरफ आपत्तिजनक शब्द थे। उन्हें मिटवा दिया है। ग्रामीणों की सहमति के बाद गांव की गौरव गाथा लिख कर दोबारा गौरव पट लगाया जाएगा।

राजेश कौथ, डीडीपीओ, जींद


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.