देहात में प्रत्येक पेयजल कनेक्शन की एक क्लिक पर मिलेगी जानकारी, डाटा को ऑनलाइन करने में जुटा विभाग
स्वच्छ और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने व बर्बादी रोकने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने प्रत्येक घर के पानी के कनेक्शन को ऑनलाइन करने की मुहिम शुरू की है। इसके बाद प्रत्येक पेयजल कनेक्शन के बारे एक क्लिक पर पूरी जानकारी मिल जाएगी।
जागरण संवाददाता, जींद : स्वच्छ और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने व बर्बादी रोकने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने प्रत्येक घर के पानी के कनेक्शन को ऑनलाइन करने की मुहिम शुरू की है। इसके बाद प्रत्येक पेयजल कनेक्शन के बारे एक क्लिक पर पूरी जानकारी मिल जाएगी। मुहिम के तहत सर्वेयर प्रत्येक घर पर दस्तक देकर जहां पर पानी के कनेक्शनों के साथ यह पता किया जाएगा कि घर में जो पानी जा रहा है, वह पीने के लायक है या नहीं। सर्वे से यह भी पता किया जाएगा कि कितने घरों के आगे पानी की पाइप लाइन नहीं है और उन घरों तक पानी पहुंचाने के लिए कितनी लंबी लाइन की जरूरत पड़ेगी। सर्वेयर के तैयार किए गए डाटा से फिर जनस्वास्थ्य विभाग की मैकेनिकल विग एस्टीमेट तैयार करके उन घरों तक पानी पहुंचाया जाएगा। इस कार्य के लिए फिलहाल 50 सक्षम युवाओं की ड्यूटी लगाई है, जबकि 11 अप्रैल के बाद 100 नए सक्षम युवाओं को इस कार्य में लगाया जाएगा। इस सर्वे के तहत गली-गली और घर-घर पहुंचे सर्वेयर उपभोक्ता को टोंटी के साथ खड़ा कर उसकी फोटो को विभाग की वेबसाइट पर अपलोड करेंगे। इस अभियान के तहत जिले 304 गांवों के प्रत्येक घर में जाकर नवंबर तक इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। सर्वेयर इस दौरान सक्षम युवा अपने एंड्रॉयड मोबाइल के माध्यम से मौके पर ही विभाग की वेबसाइड पर डाटा को अपलोड कर रहे हैं।
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जन स्वास्थ्य विभाग की ओर से आम जन को पानी का महत्व बताने के लिए यह अभियान शुरू किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर पानी के कनेक्शन अवैध तरीके से चल रहे हैं और नियमानुसार उन कनेक्शनों को पाइपों में नहीं होने के कारण लीकेज रह जाती है। इस लीकेज के कारण गंदा पानी पेयजल में मिलकर घरों तक पहुंच रहा है। अक्सर यह बात देखने में आती है कि बहुत से लोगों ने अवैध कनेक्शन जोड़ रखे हैं। विभाग के पास ऐसे उपभोक्ताओं का कोई रिकार्ड न होने पर यह लोग पानी का बिल पे नहीं करते थे और साथ ही पानी को व्यर्थ भी बहा रहे थे। अवैध कनेक्शन होने के चलते उन्हें पानी के महत्व की जानकारी ही नहीं थी। ऐसे ही लोगों के घरों पर पानी के नल अक्सर खुले मिलते थे। अब विभाग ने इन सभी पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है।
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प्रत्येक कनेक्शन की लोकेशन होगी ऑनलाइन
विभाग के पास होगा कनेक्शनों का पूरा डाटा इस सर्वे के पूरा होने के बाद विभाग के पास न केवल प्रदेश भर में सभी उपभोक्ताओं का डाटा होगा, बल्कि उन कनेक्शनों की लोकेशन तक भी उपलब्ध रहेगी। ऐसे में विभाग को कनेक्शनों पर नजर रखने में आसानी होगी। इसके अलावा सर्वे में शामिल डाटा पूरा होने पर उपभोक्ताओं के सामने आने वाली दिक्कतों के साथ-साथ पानी की उपलब्धता की जानकारी भी विभाग के पास होगी। सर्वे से यह बात भी साफ हो जाएगी कि प्रदेश भर में कितने कनेक्शन वैध और कितने अवैध हैं।
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ग्रामीण क्षेत्र के सभी पानी के कनेक्शनों के रिकॉर्ड को विभाग की वेबसाइड पर ऑनलाइन किया जाएगा। इसके लिए 150 सक्षम युवाओं को तैनात किया गया है। सर्वे के दौरान शुद्ध पेयजल के साथ पांच महत्वपूर्ण बिदुओं पर काम किया जा रहा है और उसके रिकार्ड को साथ की साथ ऑनलाइन किया जा रहा है।
रणधीर मताना, जिला सलाहकार, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग।