दुष्यंत चौटाला के आने की जानकारी हुई लीक, विरोध करने पहुंचे किसान
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का जींद आने का कार्यक्रम गुप्त रखा गया था।
जागरण संवाददाता, जींद : डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का जींद आने का कार्यक्रम गुप्त रखा गया था। आधिकारिक रूप से कार्यक्रम की कोई सूचना जारी नहीं की गई थी। डीसी के अलावा ज्यादातर अधिकारियों को भी इसके बारे में जानकारी नहीं थी। बताया जा रहा है कि डिप्टी सीएम कोरोना संक्रमण की बीमारी से निपटने के लिए तैयारियों को लेकर अधिकारियों की मीटिग लेने वाले थे और उसके बाद वे नागरिक अस्पताल का भी दौरा करने वाले थे। लेकिन डिप्टी सीएम के दौरे की सूचना लीक हो गई। खटकड़ टोल पर धरने पर बैठे किसानों तक जानकारी चली गई कि डिप्टी सीएम हिसार में हैं और उसके बाद जींद आएंगे। जिसके बाद काफी संख्या में धरने से किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों में बैठकर डिप्टी सीएम का विरोध करने जींद रेस्ट हाउस के बाहर पहुंच गए। जिसके चलते डिप्टी सीएम जींद नहीं आ सके। पहले उनके हेलीकॉप्टर से जींद पहुंचने की सूचना थी। लेकिन सुनने में आया कि सड़क के रास्ते डिप्टी सीएम जींद पहुंचेंगे। शाम तक किसान रेस्ट हाउस के बाहर डिप्टी सीएम के पहुंचने का इंतजार करते रहे। इस दौरान किसानों ने डिप्टी सीएम का पुतला भी फूंका। जब किसानों को विश्वास हो गया कि डिप्टी सीएम का जींद नहीं आएंगे, तब किसान वहां से उठकर गए। शुक्रवार सुबह से ही गोहाना रोड पर बैरिकेडिग कर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। सफीदों एसडीएम मनदीप कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। दोपहर को गोहाना रोड पर जेल के सामने बैरिकेड्स लगाकर और जेसीबी को बीच सड़क पर खड़ा कर रास्ता बंद कर दिया गया। जगह-जगह पुलिस नाके लगाए गए थे। शहर में आने से किसानों को रोकने के लिए प्रशासन ने काफी प्रयास किए। जींद-नरवाना रोड पर जगह-जगह नाके लगाकर बैरिकेडिग की गई। लेकिन किसान बैरिकेडिग को तोड़ते हुए पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के बाहर पहुंच गए। इस दौरान पुलिस कर्मियों और किसानों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई।
डिप्टी सीएम का विरोध करने आ रहे किसानों ने चप्पे-चप्पे पर पुलिस खड़ी होने की सूचना पाकर मुख्य मार्ग छोड़कर अपना रूट भी बदला। वे कैरखेड़ी-अहिरका गांव होते हुए हाईवे पर चढ़े ही थे कि पुलिस ने एक ट्रक बीच में खड़ा कर रास्ते को बंद कर दिया। यहां से भी किसान निकलने में कामयाब हो गए। हाईवे से होते हुए हैबतपुर की तरफ चले। जगह-जगह पुलिस ने किसानों को रोकने की कोशिश की। हैबतपुर गांव के रास्ते से किसान शहर में प्रवेश करने लगे, तो महिला थाना और एकलव्य स्टेडियम के नजदीक पुलिस ने अपनी गाड़ियां आगे खड़ी कर दी। उनको पार करते हुए किसान सेक्टर 11, अर्बन एस्टेट, डिफेंस कालोनी होते हुए गोहाना रोड पर एसपी कोठी के पास पहुंच गए। यहां भी किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने पूरी तैयारी की थी। पुलिस ने यहां कई वाहन खड़े कर दिए। किसानों की पुलिस के साथ हाथापाई हुई। प्रदर्शन में महिलाएं भी रहीं शामिल
काफी संख्या में महिलाएं भी प्रदर्शन में शामिल रही। महिलाओं ने डिप्टी सीएम के पुतले को ऊपर कुर्ता और नीचे सलवार पहना कर उसमें आग लगा दी। किसानों ने एलान किया कि जब तक डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का कार्यक्रम रद नहीं होता, वे डटे रहेंगे। अधिकारियों की तरफ से डिप्टी सीएम का कार्यक्रम रद होने की सूचना मिलने के बाद करीब चार घंटे चले विरोध प्रदर्शन को किसानों ने समाप्त किया। किसान नेता आजाद पालवां और खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर पहलवान ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन पर लाठियां बरसाई और उनके वाहनों की हवा निकाल दी। किसान नेताओं ने ऐलान किया हुआ है। जेजेपी- बीजेपी का कोई भी नेता अगर कहीं भी आएगा, तो वे उनका विरोध करेंगे। वेब पोर्टल चलाने वाले पत्रकार के साथ मारपीट
विरोध प्रदर्शन के दौरान किसान अपना वेब पोर्टल चलाने वाले एक पत्रकार के साथ उलझ गए। कुछ लोगों ने उस पत्रकार के साथ मारपीट भी की। इस दौरान काफी संख्या में किसान उसकी तरफ दौड़े। जब वह गाड़ी में बैठने लगा, तो एक युवक ने उसे खींचते हुए नीचे गिरा दिया। तभी वहां पुलिस पहुंची और पत्रकार को छुड़वाया।