खानसर चौक पर स्वागत द्वार गिरने पर एसडीएम ने तीन अधिकारियों की कमेटी बनाई
कस्बे के ऐतिहासिक खानसर चौक पर हाल ही में बने स्वागत द्वार के रविवार देर सायं गिरने के मामले में सफीदों प्रशासन कुछ हरकत में आया है।
संवाद सूत्र, सफीदों: कस्बे के ऐतिहासिक खानसर चौक पर हाल ही में बने स्वागत द्वार के रविवार देर सायं गिरने के मामले में सफीदों प्रशासन कुछ हरकत में आया है। प्रशासन ने इस मामले की जांच के लिए तीन अधिकारियों की कमेटी का गठन किया तथा कमेटी को एक हफ्ते में अपनी रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है। सोमवार को सफीदों के एसडीएम मनदीप कुमार ने अधिकारियों की बैठक ली और इस स्वागत द्वार गिरने के मामले की चर्चा की। चर्चा के उपरांत एसडीएम मनदीप कुमार ने 3 अधिकारियों की कमेटी का गठन किया है। एसडीएम ने इस कमेटी में पंचायती राज के एसडीओ कृष्ण पाटिल, पालिका के एमई अशोक कुमार व जेई कुलदीप को शामिल किया है। एसडीएम ने कमेटी में शामिल तीनों अधिकारियों को इस मामले की गहनता से जांच करके एक हफ्ते में रिपोर्ट पेश करने के आदेश जारी किए। इसके साथ-साथ एसडीएम ने नगर में बने अन्य स्वागत द्वारों को भी चेक करने के आदेश जारी किए है।
नगरपालिका की बड़ी लापरवाही आई सामने
प्रारंभिक तौर पर इस सारे मामले में नगरपालिका प्रशासन, ठेकेदार व इसे बनाने वाले कारीगर की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यह घटना इस स्वागत द्वार के पिलरों में कंपन होने के कारण सामने आई है। कंपन होने के कारण स्वागत द्वार के ऊपर लगाए गए पत्थरों के आपस में जोड़ खुल गए और वह धड़ाम से नीचे आ गिरा। सबसे बड़ी लापरवाही इसलिए भी कहा जा रहा है क्योंकि इस स्वागत द्वार का कार्य अभी पूर्ण नहीं हुआ था। इस द्वार को बनाने वाले राजस्थान से आए कारीगर के भाई की मौत हो गई थी और वह इस कार्य को जैसे का तैसा छोड़कर अपने घर लौट गया था। इस द्वार को बनाने के दौरान कोई स्पोर्ट नहीं दी गई। इसमें सीमेंट व सरिया प्रयोग करने की बजाए केवल पत्थरों को आपस में फसाकर खड़ा कर दिया गया। ठेकेदार व कारीगर द्वारा इस द्वार को अपने हाल पर छोड़ दिया गया और लोगों को रविवार देर सायं इस लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ा।
पालिका प्रधान ने मीडिया को दी सफाई
स्वागत द्वार के गिरने के मामले सफीदों पालिका प्रधान सेवाराम सैनी ने मीडिया के समक्ष सफाई प्रस्तुत की। पालिका प्रधान सेवाराम सैनी ने कहा कि कुशल कारीगर ने इस द्वार का निर्माण किया है। इससे पूर्व वह देशभर में 50 से अधिक स्वागत द्वार बना चुका है। किसी भी द्वार में कोई समस्या नहीं आई थी। यह स्वागत द्वार क्यों गिरा, उसकी जांच करवाई जाएगी। जो दोषी पाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।